
दिल्ली के भीतर गंदगी पर हाईकोर्ट की ओर से लगने वाली फटकार के बाद ईस्ट एमसीडी ने सख्त रुख अपनाना शुरू कर दिया है. सोमवार को ईस्ट एमसीडी ने सैनिटेशन सुपरवाइजरी स्टाफ पर हड़ताल खत्म ना करने के कारण एस्मा लगाने का निर्णय लिया है.
सोमवार को निगम न बकायदा इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी और दिल्ली सरकार को इसकी अनुशंसा भी भेज दी. ईस्ट एमसीडी प्रवक्ता योगेंद्र सिंह मान के मुताबिक सैनिटेशन सुपरवाइजरी स्टाफ के कई चरणों मे बातचीत के बाद भी कोई हल नही निकला इसलिए उनपर आवश्यक सेवाओं की बहाली के लिए एस्मा लगाने का निर्णय लिया गया है. निगम के मुताबिक सैनिटेशन सुपरवाइजरी स्टाफ श्रम कानून के दायरे से बाहर हैं इसलिए उनकी ये हड़ताल अवैध है.
इसके बावजूद वे न सिर्फ खुद हड़ताल पर हैं बल्कि और भी सफाईकर्मियों को भी काम करने से रोक रहे हैं. निगम अधिकारियों के मुताबिक हड़ताल का खामियाजा पूर्वी दिल्ली की जनता को बार बार भुगतना पड़ रहा है. आने वाले मॉनसून को देखते हुए सैनिटेशन सुपरवाइजरी स्टाफ का काम करना बेहद अहम है. ताकि जलभराव और गंदगी के कारण होने वाली बीमारियों जैसे डेंगू, चिकनगुनिया, हैजा और आंत्रशोथ को रोका जा सके.
ईस्ट एमसीडी के अधिकारी के मुताबिक निगम के पास डीएमसी एक्ट के तहत ये प्रावधान है कि ऐसे कर्मचारी जो दिल्ली की जनता का हित न देखते हुए हड़ताल कर रहे हैं उनको बर्खास्त भी किया जा सकता है या फिर उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई जा सकती है.