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कमाई के लिए कोचिंग सेंटर्स को स्कूल बिल्डिंग किराए पर देगी एमसीडी

पूर्वी दिल्ली नगर निगम के प्रवक्ता योगेंद्र मान ने बताया कि नगर निगम के 350 से ज्यादा प्राथमिक विद्यालय हैं और अधिकतर में केवल एक पाली में ही पढ़ाई होती है ऐसे में प्रथम पाली के बाद स्कूलों की यह बिल्डिंग खाली पड़ी रहती है.

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प्रियंका झा/अंकित यादव
  • नई दिल्ली,
  • 27 अगस्त 2016,
  • अपडेटेड 5:55 AM IST

पूर्वी दिल्ली नगर निगम की स्टैंडिंग कमेटी ने एक प्रस्ताव दिया गया है कि चूंकि शाम को नगर निगम के अधिकतर स्कूल बंद रहते हैं ऐसे में कोचिंग संचालकों को शाम की पाली में स्कूल बिल्डिंग किराए पर दी जा सकती हैं. हालांकि अभी यह केवल प्रस्ताव है पर माना जा रहा है कि आने वाले कुछ दिन में प्रस्ताव पर स्वीकृति मिल जाएगी.

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पूर्वी दिल्ली नगर निगम के प्रवक्ता योगेंद्र मान ने बताया कि नगर निगम के 350 से ज्यादा प्राथमिक विद्यालय हैं और अधिकतर में केवल एक पाली में ही पढ़ाई होती है ऐसे में प्रथम पाली के बाद स्कूलों की यह बिल्डिंग खाली पड़ी रहती है.

कोर्ट के आदेश का दिया हवाला
पूर्वी दिल्ली नगर निगम की स्थाई समिति ने अपने इस प्रस्ताव में कोर्ट के आदेश का हवाला दिया जिसमें कहा गया है कि स्कूल की बिल्डिंग केवल शिक्षण कार्य के लिए ही इस्तेमाल हो सकती है इसके अलावा अन्य किसी चीज के लिए स्कूल की बिल्डिंग उपयोग में नहीं लाई जा सकती. यही वजह है कि केवल कोचिंग सेंटर्स के लिए इन स्कूलों का इस्तेमाल किया जा सकता है.

एक तीर से दो निशाने
पूर्वी दिल्ली नगर निगम स्टैंडिंग कमेटी के इस प्रस्ताव के पीछे दो बड़े कारण हैं पहला प्रस्ताव में बताया गया है कि कोचिंग सेंटर खोलने से पढ़ाई में पिछड़े छात्र छात्राओं को मदद मिल जाएगी जिससे उनकी पढ़ाई बेहतर हो सकती है और उन्हें कहीं दूर भी नहीं जाना पड़ेगा. वहीं दूसरा कारण यह बताया गया है कि नगर निगम की वित्तीय हालत बहुत खराब है कोचिंग सेंटर्स को स्कूल की बिल्डिंग किराए पर देने से नगर निगम को कुछ आय हो सकती.

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घाटे में चल रहे हैं नगर निगम
दिल्ली के तीनों नगर निगम विवाद पूरी तरह से घाटे में चल रहे हैं. जिसमें सबसे ज्यादा पूर्वी दिल्ली नगर निगम की स्थिति जर्जर है. घाटे का आलम यह है कि कई बार पूर्वी दिल्ली नगर निगम पर तकरीबन 2500 करोड़ का बजट घाटा है और 1500 करोड़ का भुगतान लंबित है, ऐसे में पूर्वी दिल्ली नगर निगम की स्टैंडिंग कमेटी ने यह प्रस्ताव दिया है पर इस पर तमाम तरह के सवाल भी खड़े होने शुरू हो गए हैं.

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