
दिल्ली-एनसीआर में ओला और उबर टैक्सी की हड़ताल का आज छठा दिन है. आजतक के साथ खास बातचीत में दिल्ली के परिवहन मंत्री सत्येंद्र जैन ने हड़ताल जल्द खत्म होने की उम्मीद जताई है.
मामला सुलझने की उम्मीद
जैन के मुताबिक सरकार ने परसों हड़ताली ड्राइवरों की मीटिंग ओला और उबर कंपनियों के नुमाइंदों से करवाई थी. इसके बाद ज्यादातर ड्राइवर हड़ताल खत्म करने पर राजी हो गए हैं. उनकी मानें तो अब सिर्फ एक या दो गुट ही हड़ताल पर अड़े हैं और उन्हें भी जल्द ही मना लिया जाएगा. हालांकि जैन ने माना कि ये कंपनियों और ड्राइवरों के बीच का मामला है. दिल्ली सरकार ने अधिकतम किराया 23 रुपये के हिसाब से तय कर दिया है. अगर जनता को इससे कम रेट पर सुविधा मिलती है तो सरकार को इससे कोई परहेज नहीं है.
ओवरचार्ज ना करने की अपील
जैन ने इन आरोपों की खारिज किया कि टैक्सी ड्राइवर ग्राहकों से ज्यादा पैसा वसूल रहे हैं. उन्होंने बताया कि ऑटोवालों से भी ऐसा ना करने को कहा गया है. सत्येंद्र जैन ने दावा किया कि सरकार हड़ताल के दौरान तोड़फोड़ बर्दाश्त नहीं करेगी. उन्होंने इस बाबत एलजी से भी अनुरोध करने की बात कही.
क्यों नाराज हैं ड्राइवर?
इस हड़ताल के चलते दिल्ली-एनसीआर में ओला और उबर की करीब 95 फीसदी टैक्सियां बंद पड़ी हैं. इससे इन कंपनियों को रोजाना करीब 6 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ रहा है. दिल्ली-एनसीआर में दोनों कंपनियों की तकरीबन 1.5 लाख कैब्स काम कर रही हैं. ड्राइवरों का आरोप है कि कंपनियों ने उनका इन्सेंटिव घटा दिया है. साथ ही वो किराया बढ़ाने की भी मांग कर रहे हैं.