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राजधानी दिल्ली में हुए 400 करोड़ रुपये के वाटर टैंकर घोटाले में एफआईआर दर्ज हो गई है. एसीबी ने शुरुआती जांच के बाद दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित और मौजूदा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.
एफआईआर दर्ज होने के बाद शीला दीक्षित ने ‘आज तक’ से कहा, ‘उन्हें जो करना है, करने दें. मैं इसपर कुछ नहीं बोलूंगी.’
जल्द की जाएगी पूछताछ
एसीबी चीफ मुकेश कुमार मीणा ने कहा कि प्रेवेन्शन ऑफ करप्शन एक्ट और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि जो लोग भी जांच के दायरे में आएंगे, उनसे जल्द पूछताछ की जाएगी.
एसीबी को मिली दो शिकायतें
इस घोटाले के मामले में एलजी ऑफिस की ओर से एसीबी को दो शिकायतें मिली थीं. एसीबी में दर्ज इन शिकायतों के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है.
केजरीवाल पर फाइल दबाने का आरोप
बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने केजरीवाल के खिलाफ शिकायत की थी. केजरीवाल पर जांच रिपोर्ट की फाइल दबाने का आरोप है. दूसरी शिकायत दिल्ली सरकार की ओर से शीला दीक्षित के खिलाफ की गई थी. मुकदमा दर्ज होने के बाद गुप्ता ने कहा, 'यह हमारी नैतिक जीत है. भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में कामयाबी मिली है.'
क्या है वाटर टैंकर घोटाला मामला
गौरतलब है कि 2012 में दिल्ली जल बोर्ड ने 385 स्टील के टैंकर किराए पर लिए थे. उस समय शीला दीक्षित सीएम के साथ ही दिल्ली जल बोर्ड की अध्यक्ष भी थीं. आरोप है कि जिनसे टैंकर किराए पर लिए गए थे, उनसे पैसों का लेन-देन हुआ था. इस मामले में चार सौ करोड़ रुपये घोटाले की बात कही जा रही है.