
दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र का दूसरा दिन भी हंगामेदार रहा. विधानसभा के पहले दिन हुए मारपीट को लेकर बर्खास्त मंत्री कपिल मिश्रा काली पट्टी लगाकर विधानसभा पहुंचे. उनका आरोप है कि जिन विधायकों ने सत्र के पहले दिन मारपीट की थी उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए. जिसके विरोध में वे काली पट्टी लगाकर विधानसभा आये.
वहीं आम आदमी पार्टी के विधायक जरनैल सिंह ने विवादित महिला को विधानसभा परिसर में लेकर आने का मुद्दा उठाया. जिसको लेकर आप विधायक और कपिल मिश्रा के बीच तीखी बहस हुई. जिसके बाद स्पीकर राम निवास गोयल ने मार्शलों के जरिये कपिल मिश्रा को बाहर निकाल दिया. यह दूसरी बार है जब मिश्रा को विधानसभा से मार्शलों द्वारा बाहर किया गया. इससे पहले मई में उन्हें एकदिवसीय सत्र के दौरान सदन से बाहर किया गया था.
बर्खास्त जल मंत्री बुधवार की घटना के विरोध में काली पट्टी पहनकर विधानसभा में आए थे. बुधवार को आप विधायकों ने सदन में कागज फेंकने पर दो लोगों से कथित रूप से धक्का मुक्की की थी. गौरतलब है कि विधानसभा का मौजूदा सत्र तीन जुलाई तक बढ़ा दिया गया है. दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने गुरुवार को कहा कि कुछ लंबित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मौजूदा विधानसभा सत्र को तीन जुलाई तक बढ़ा दिया गया है.
बीजेपी एमएलए ने विधानसभा अध्यक्ष को कहा सौतेली मां
दिल्ली विधानसभा में बुधवार को हुई मारपीट की घटना को लेकर गुरुवार को बीजेपी एमएलए स्पीकर से मिले और घटना में शामिल आप विधायकों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की. उन्होंने कहा कि विधानसभा में कुछ विधायक गुंडागर्दी कर रहे हैं, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई. सिरसा ने कहा कि जिस युवक ने सदन में कागज फेंके उस पर कानूनी कार्यवाही हुई, लेकिन इसके बाद कानून अपने हाथ मे लेने वाले विधायक अभी भी कार्यवाही से अछूते हैं.
स्पीकर से मुलाक़ात के बाद सिरसा ने कहा कि हमने स्पीकर से मिलकर ज्ञापन दिया है. स्पीकर विपक्ष के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं. सौतेली मां की तरह हमें बोलने से रोकते हैं, जबकि आम आदमी पार्टी के विधायक मारपीट तक कर रहे हैं. वो विधानसभा के अंदर विधायकों के साथ मारपीट करते हैं, लेकिन उनपर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. विपक्ष को बोलने का मौका नहीं देते हैं.