
यूं तो कैश की किल्लत से पूरा देश परेशान है और हर शहर, नगर गांव में लोग लाइन में लगे हैं. लेकिन सबसे बड़ी परेशानी उस व्यक्ति की है, जो लाइन में आखिरी नंबर पर लगा होता है. क्योंकि कैश की किल्लत के दौर में उसी को पैसा मिलने की संभावना सबसे कम होती है, क्योंकि सरकार और आरबीआई के दावों से उलट बैंकों में कैश का हाल ये है कि ऐसे बैंक या ब्रांच ढूंढे नहीं मिल रहे जहां लोगों को 24000 रुपए एक साथ मिल रहे हों. जो लोग 24000 का चैक लेकर जाते हैं, उनसे उसी चैक में काटकर कम रकम भरवायी जाती है. जानिए क्या है लाइन में खड़े आखिरी व्यक्ति की बात...
स्टेट बैंक की लाइन में खड़े सुभाष सिंह से हमने सवाल पूछा कि क्या उन्हें उम्मीद है कि उनका नंबर आएगा. सवाल पूरा होने से पहले ही सुभाष बोल पड़े उन्हें कैश चाहिए और कैश के बिना उनका काम चलेगा नहीं, इसीलिए लाइन में आखिरी में खड़े हैं तो इसी उम्मीद का सहारा है. आगे चले तो पीएनबी की अशोका रोड की शाखा में दो अलग अलग लाइनें लगी थीं, पहली लाइन ब्रांच के अंदर जाने वालों की थी, जो अपना कैश निकालने आए थे, ज्यादातर ऐसे थे, जिनका अकाउंट इस ब्रांच में है. लाइन में सबसे आखिर में खड़े सुरेश कुमार कह रहे है कि बैंक में बहुत देर से लाइन में लगे है, जब तक नंबर नहीं आता यहां रहने के अलावा कोई और चारा नहीं है.
पड़ोस की लाइन में 75 लोगों की लाइन लगी थी, सबसे आखिर में खड़े मनुज कहते है कि उन्हें नहीं पता कि उनका नंबर आएगा या नहीं, पास का एटीएम भी खराब पड़ा है. पता नहीं कैश मिलेगा या नहीं.
सीपी में लगातार पांच एटीएम हैं, इंडियन बैंक , बैंक ऑफ इंडिया, कोटेक मंहिद्रा, कैथोलिक सीरीयन बैंक और देना बैंक. इंडियन बैंक को छो़ड़ सभी बैंक खाली थे. इंडियन बैंक में लंबी लाइन थी लाइन में आखिर में खड़े आनंद ने कहा कि लाइन में उनसे आगे 70 लोग और थे और कैश खत्म हो गया लेकिन मैं सबसे आखिर में था इसलिए ज्यादा दुख हो रहा है.
खैर लाइन में आखिरी सिरे पर खड़े जिन लोगों से हमने बात की, वो थोड़ी ही देर में आखिरी नहीं रहे क्योंकि जैसे जैसे लाइन आगे बड़ी पीछे से भी उतनी ही लंबी होती गयी और हर बढ़ते कदम के साथ उम्मीद भी बढ़ती गई कि कैश अब तो मिल ही जाएगा.