
निर्भया गैंगरेप केस में दोषी अक्षय सुप्रीम कोर्ट में फांसी की सजा से बचने के लिए पुनर्विचार याचिका दाखिल करेगा. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने दोषी विनय, पवन और मुकेश की पुनर्विचार याचिकाओं को खारिज कर दिया था. निर्भया गैंगरेप केस में इन आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई जा चुकी है.
इससे पहले साल 2012 में दिल्ली में हुए निर्भया सामूहिक दुष्कर्म मामले के दोषी विनय शर्मा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर अपनी दया याचिका वापस लेने की मांग की है. दोषी विनय शर्मा ने अपने वकील ए.पी. सिंह के माध्यम से शनिवार को राष्ट्रपति को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि उसे दया याचिका वापस लेने की अनुमति दी जाए.
पत्र में दावा किया गया है कि गृह मंत्रालय की ओर से राष्ट्रपति को भेजी गई दया याचिका पर उसका हस्ताक्षर नहीं है. वकील सिंह ने आरोप लगाया कि यह एक साजिश है, क्योंकि उन्होंने अभी तक एक उपचारात्मक याचिका दायर नहीं की है.
इस पर पीड़िता की मां ने भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखा है और दया याचिका को खारिज करने की अपील की है. हरिजन सेवक संघ के माध्यम से भेजी गई याचिका में मां ने आरोप लगाया कि दोषी विनय शर्मा मौत की सजा से बचने की कोशिश में लगा है. उन्होंने याचिका में कहा, दोषियों में से एक विनय शर्मा की ओर से दायर दया याचिका जानबूझकर मौत की सजा से बचने और न्याय को रोकने की कोशिश है.(IANS से इनपुट)