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देश की राजधानी में सफाई कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर सड़कों पर उतर आए हैं. नगर निगम से जुड़े करीब 33 संगठन बुधवार की सुबह प्रदर्शन करने एलजी के दफ्तर पहुंचे. सफाई कर्मचारियों ने उपराज्यपाल नजीब जंग से 16 मांगें पूरी करने की अपील की है.
सफाई कर्मचारियों का प्रदर्शन ऐसे वक्त पर हुआ जब एलजी दफ्तर पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और बड़े अधिकारियों की बैठक चल रही थी. प्रदर्शन करने पहुंचे राजू कोहली का कहना है, 'हाई कोर्ट के फैसले के बाद दिल्ली के मालिक एलजी साहब हैं. हमें छठे वेतन का बकाया एरियर अभी तक नहीं मिला है. दिल्ली के अंदर डेंगू और चिकनगुनिया फैला है, अगर सफाई कर्मचारी काम नहीं करता, तो हालात बिगड़ सकते थे. लेकिन केजरीवाल और एलजी हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं.'
नगर निगम सफाई कर्मचारियों की उपराज्यपाल नजीब जंग से मांगे कुछ इस तरह हैं-
1. देरी से लागू हुए सातवें वेतन आयोग का एरियर और बोनस बढ़ाकर दिवाली से पहले दिया जाए.
2. दिल्ली सरकार द्वारा बढ़ाये न्यूनतम वेतन आयोग को तुरंत लागू किया जाए.
3. डीडीए पर बकाया 1200 करोड़ निगमों को दिलाया जाए.
4. निगमों की खस्ता हालत को देखते हुए केंद्र सरकार से 'विशेष आर्थिक पैकेज' दिलाया जाए.
5. तीनों निगमों में स्थाई किए गए सफाई कर्मचारियों को बकाया वेतन दिवाली से पहले मिले.
6. शिक्षा विभाग में तैनात चौकीदारों की ड्यूटी हर 8 घण्टे की शिफ्ट में हो.
7. तीनों नगर निगम का एकीकरण हो.
8. सफाई के काम में ठेकेदारी प्रथा बंद की जाए.
9. सभी निगम कर्मचारियों को कैशलेस मेडिकल कार्ड मुहैया कराया जाए.
10. दिल्ली की जनसंख्या के हिसाब से कर्मचारियों की भर्ती की जाए.
सफाई कर्मचारियों का कहना है कि दिवाली नजदीक है और वेतन देरी से मिलने की वजह से मुसीबतें बढ़ गयी हैं. एलजी दफ्तर के बाहर 30 से ज्यादा संगठन विरोध करने के लिए इकट्ठा हुए, जिनका मानना है कि शीला दीक्षित सरकार ने निगम को तीन भागों में बांटकर गलत किया. सफाई कर्मचारियों ने बीजेपी और एलजी की मिलीभगत का आरोप लगाया है. ऐसे में अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो सफाई कर्मचारी हड़ताल करेंगे.