
राजधानी दिल्ली के निगम स्कूलों में गंदगी संबंधी एक याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट ने उस समय हैरानी जताई जब याचिकाकर्ता ने बच्चों द्वारा खुद स्कूल में सफाई करने संबंधी फोटो कोर्ट के समक्ष पेश की. हाई कोर्ट ने बच्चों को फर्श से गंदगी साफ करते और हाथ में झाड़ू पकड़े फोटो देखकर उत्तरी दिल्ली नगर निगम और पूर्वी दिल्ली नगर निगम को जमकर फटकार लगाई है. नगर निगम के स्कूलों में बच्चों के हाथ में झाड़ू की तस्वीरें देखकर कोर्ट ने पूछा कि बच्चों को बुलाकर पूछें की उन्हें पढ़ाया भी जा रहा है या नहीं.
19 सितंबर को मामले की अगली सुनवाई
हाई कोर्ट ने कहा, 'क्या इन स्कूलों में थोड़ी बहुत पढ़ाई भी कराई जाती है या नहीं? क्या स्कूल इस तरह से बच्चों को पढ़ाई करवाता है? क्या मामले की जांच का आदेश देना पड़ेगा? स्कूल और पढ़ने आने वाले बच्चों की बदहाली देख हाई कोर्ट ने कहा कि कोई स्कूल कैसे इतना गंदा हो सकता है. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. कोर्ट ने प्रिंसिपल से पूछा, 'क्या आप कभी स्कूल में निरीक्षण करते हैं. हमें नहीं लगता कि आप अपना काम सही से कर रहे हैं. कोर्ट ने निर्देश दिया कि अगली सुनवाई पर उन्हें स्कूल के निरीक्षण की रिपोर्ट पेश की जाए. इस मामले की अगली सुनवाई 19 सितंबर को होगी.
निगम की दलील- इलाके के लोग डालते हैं कूड़ा
सुनवाई के दौरान निगम के वकील ने कहा कि आसपास रहने वाले लोग स्कूल में कूड़ा डाल देते हैं. उन्होंने इस बारे में पुलिस से शिकायत की है. इससे पहले कोर्ट ने सभी सिविक एजेंसियों से स्कूलों में सफाई के निर्देश दिए थे. जस्टिस फॉर ऑल एनजीओ की तरफ से दायर याचिका में निगम स्कूलों की बदहाली, गंदगी और वहां बुनियादी सुविधाओं की कमी से बच्चों को होने वाली परेशानी के बारे में बताया गया है. सोमवार को याचिकाकर्ता ने कोर्ट में एनडीएमसी और ईडीएमसी के स्कूलों की फोटो पेश की, जिसमें बच्चे हाथ में झाड़ू लेकर स्कूल की सफाई कर रहे थें.