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CPI-M दफ्तर के बोर्ड पर कालिख पोतने वाले 2 युवकों ने किया समर्पण, एक गिरफ्तार

जेएनयू विवाद में सीपीआईएम के कार्यालय के बाहर लगे बोर्ड पर कालिख पोतने के मामले में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दो अन्य ने आत्मसमर्पण कर दिया. पुलिस ने इस बाबत केस भी दर्ज किया है.

सीपीआईएम कार्यालय के बाहर लगे बोर्ड पर पोती थी कालिख सीपीआईएम कार्यालय के बाहर लगे बोर्ड पर पोती थी कालिख
मोनिका शर्मा/BHASHA
  • नई दिल्ली,
  • 15 फरवरी 2016,
  • अपडेटेड 3:33 AM IST

कुछ युवकों के एक समूह ने रविवार को सीपीआई-एम मुख्यालय पर कथित तौर पर तोड़फोड़ करने की कोशिश की थी. इस मामले में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार कर लिया जबकि दो अन्य ने शाम को आत्मसमर्पण कर दिया.

आम आदमी सेना के कार्यकर्ता
पुलिस ने बताया कि सीपीआई-एम ने आरोप लगाए कि हमलावर आरएसएस और बीजेपी के कार्यकर्ता थे, जिन्होंने पथराव किया. वहीं हिरासत में लिए गए लोगों ने दावा किया कि वे 'आम आदमी सेना' के कार्यकर्ता हैं. बता दें कि आम आदमी सेना हाल ही ऑड इवन पर कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री केजरीवाल पर स्याही फेंकने को लेकर चर्चा में आई थी.

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आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
डीसीपी (नई दिल्ली) जतिन नरवाल ने कहा, 'तीन युवक सीपीआई-एम कार्यालय में आए जहां उन्होंने भवन की दीवार पर काली स्याही पोत दी. उनमें से एक सुशांत खोसला को सीपीआईएम कार्यकर्ताओं ने पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया, वहीं दो अन्य वेद प्रकाश और रॉकी ने शाम को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.' उन्होंने कहा, 'युवकों ने पुलिस से कहा कि वे आम आदमी सेना के सदस्य हैं.' डीसीपी ने कहा कि अभी तक मामला दर्ज नहीं किया गया है.

गृह मंत्री ने कहा- आतंकी हाफिज सईद ने दिया है समर्थन
इससे उलट रविवार को ही इलाहाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जेएनयू में जो कुछ हो रहा है, उसे आतंकी हाफिज सईद का समर्थन प्राप्त है.

येचुरी ने किया हमला
हमले की पुष्टि करते हुए सीपीआईएम महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा, 'उन्होंने हमारे कार्यालय के बोर्ड पर 'पाकिस्तान जिंदाबाद' जैसे नारे लिखने का प्रयास किया. हमारे सहयोगा ने एक को पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया.' उन्होंने कहा, 'हम हमले की निंदा करते हैं. महात्मा गांधी की हत्या की साजिश रचने वाला आरएसएस सर्वाधिक धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक पार्टी सीपीआईएम को राष्ट्रविरोधी बताने का प्रयास कर रहा है.' उन्होंने पीटीआई से कहा, 'हमें गांधी के हत्यारों से देशभक्ति का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए. हम इस चुनौती का राजनीतिक रूप से सामना करेंगे.’

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क्या है मामला?
आपको बता दें कि जेएनयू के कुछ छात्रों ने हाल ही में आतंकवादी अफजल गुरु की बरसी पर कार्यक्रम आयोजित किया था और कैंपस के अंदर देश-विरोधी नारे लगाए थे. इसका एक वीडियो सामने आने के बाद लेफ्ट विंग के छात्र और शि‍क्षक छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया.

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