
1 जुलाई से देशभर में जीएसटी लागू हो रहा है. उससे पहले ही जीएसटी को प्रचारित करने के लिए केंद्र सरकार ने अमिताभ बच्चन को इसका ब्रांड एंबेसडर घोषित कर दिया है. इधर घोषणा हुई उधर तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं आना शुरू हो गईं, कांग्रेस ने आपत्ति दर्ज की है तो वहीं व्यापारियों में राय बंटी हुई नजर आई.
'आज तक' ने इस मुद्दे पर देश की राजधानी के व्यापारियों की राय जानने की कोशिश की. जीएसटी का ब्रांड एंबेसडर अमिताभ बच्चन को बनाए जाने पर दिल्ली के व्यापारी बोले कोई अर्थशास्त्री को बनाते तो अच्छा होता.
चेंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री के कन्वीनर बृजेश गोयल का कहना है कि अमिताभ बच्चन की बजाए किसी व्यापार से जुड़े या अर्थशास्त्री को एंबेसडर बनाना चाहिए. जिससे हम लोग रिलेट कर सकें. ऐसा लगता है कि कुछ व्यापार के विरोध का ध्यान भटकाने के लिए ये कदम उठाया गया है.
वहीं पुरानी दिल्ली की सबसे बड़ी मार्केट में से एक सदर बाजार मार्केट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट देवराज बावेजा का कहना है कि आम व्यापारी को अच्छे से समझाने वाला कोई ब्रांड एंबेसडर बनाते तो ज्यादा अच्छा होता. हमें जितना ज्यादा आसान तरीके से समझा सकें वो अच्छा होगा.
उन्होंने आगे कहा, "उदाहरण के लिए मैं गैस एलपीजी व्यापारी हूं केंद्र सरकार उज्जवला योजना में मुफ्त में गैस चूल्हा बांटती है पर यहां 18 फीसदी टैक्स लगा दिया गया."