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MCD चुनाव में किंग मेकर होंगी अनधिकृत कॉलोनियां

परिसीमन की वजह से अनधिकृत कॉलोनियों में रहने वाले लोगों की भूमिका अहम होगी. इसको लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ताल ठोक रहे हैं तो वहीं बीजेपी नई रणनीति बनाने में जुटी है.

दिल्ली नगर निगम दिल्ली नगर निगम
रोहित मिश्रा/सुरभि गुप्ता
  • नई दिल्ली,
  • 28 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 11:59 PM IST

एमसीडी चुनाव को लेकर हुए परिसीमन ने अच्छे-अच्छे नेताओं के ठंड में भी पसीने छुड़ा दिए हैं. परिसीमन की वजह से अनधिकृत कॉलोनियों में रहने वाले लोगों की भूमिका अहम होगी. इसको लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ताल ठोक रहे हैं तो वहीं बीजेपी नई रणनीति बनाने में जुटी है.

क्यों अहम हैं अनधिकृत कॉलोनियां
इस बार पार्षदों की टेंशन इस वजह से बढ़ी है क्योंकि अनधिकृत कॉलोनियों की भूमिका काफी अहम होने वाली है, लेकिन सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं. दरअसल अनधिकृत कॉलोनी और गांव कांग्रेस के वोट बैंक रहे हैं, लेकिन 2015 के विधानसभा चुनाव में ये वोट बैंक खिसक कर आम आदमी पार्टी को चला गया था.

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कांग्रेस में खुशी और बीजेपी में गम
कांग्रेस को अब लगता है ये वोट बैंक वापस कांग्रेस में आ जाएंगे. कांग्रेस का आरोप है कि दो साल से केजरीवाल सरकार के शासन से लोग नाराज हैं, जिससे उसे ही इसका फायदा मिल सकता है. एमसीडी उप चुनाव में मिली जीत से कांग्रेस गदगद है तो वहीं परंपरागत शहरी सीट के कम होने से बीजेपी की टेंशन बढ़ी है.

उत्तरी दिल्ली नगर निगम और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में परिसीमन का जबरदस्त असर देखने को मिला है. उत्तम नगर विधानसभा क्षेत्र में अब 5 वार्ड होंगे, बिजवासन में 5, मुंडका में 5, किरारी में 5, बवाना में 6, नरेला में 5, मटियाला में 5, नजफगढ़ में 5, विकासपुरी में 6, बदरपुर में 6, बुरारी में 6 और करावल नगर में 5 वार्ड होंगे.

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इन विधान सभा क्षेत्रों में कम हुए वार्ड
वहीं शहरी सीटें जहां बीजेपी मजबूत स्थिति में थी, वहां वार्ड कम हुए हैं. मोतीनगर में 3, राजेन्द्र नगर में 3, शकुरबस्ती में 3, आदर्शनगर में 3, चांदनीचौक में 3, ग्रेटर कैलाश में 3, जनकपुरी में 3, जंगपुरा में 3, कालका जी में 3, मालवीय नगर में 3, हरीनगर में 3, तुगलकाबाद में 3, बदरपुर में 3, तिलक नगर में 3, मेहरौली में 3, कस्तूरबा नगर में 3 ऐसे विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां वार्ड कम हुए हैं, जिससे 10 साल से एमसीडी में काबिज बीजेपी के लिए उत्तरी नगर निगम और दक्षिणी नगर निगम का चुनाव काफी टेढ़ी खीर साबित हो रही है.

ये है बीजेपी की नई रणनीति
इसको लेकर बीजेपी नई रणनीति बनाने में लगी है. दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी लगातार अनाधिकृत कॉलोनी में रात गुजारकर बीजेपी की तरफ वोट मोड़ने की कोशिश तो कर रहे हैं, लेकिन बीजेपी को कितनी कामयाबी मिलेगी ये देखना दिलचस्प होगा.



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