
अहमदाबाद के बीचोंबीच गुजरने वाली साबरमती रिवर फ्रंट पर जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के दौरान उनके ड्रीम प्रोजेक्ट के तौर पर देखा जाता था, उसके वॉक-वे को सोमवार शाम से बंद कर दिया जाएगा. वहीं अहमदाबाद के वासना बैरेज को 3 दरवाजे 3 फीट तक खोल दिए गए हैं. इसके बाद अहमदाबाद जिले के 15 गांवों को भी बाढ़ के मद्देनजर अलर्ट कर दिया गया है.
वॉक-वे के डूबने की आशंका
दरअसल गुजरात के पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश ओर राजस्थान में हुई भारी बारिश के चलते साबरमती नदी पर बने धरोई बांध में हर घंटे 95 हजार क्यूसेक पानी आ रहा है. इसकी वजह से धरोई
बांध से साबरमती नदी में 55 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. यह पानी सोमवार शाम तक अहमदाबाद पहुंचे जाएगा. इसके बाद साबरमती नदी के किनारे बना वॉक-वे पानी में डूब जाने की
आशंका है.
बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर गांवों में अलर्ट जारी
डूबने की आशंका को देखते हुए वॉक-वे को एहतियातन बंद कर दिया जाएगा. साबरमती नदी में धरोई बांध से छोड़े जाने वाले पानी के चलते साबरमती नदी के किनारे पर बसे 25 से ज्यादा
गांवों को अलर्ट कर दिया गया है.
स्टैंडबाय पर एनडीआरएफ की टीम
मध्य प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से महिसागर नदी पर बने कडाना बांध और वणाकबोरी बांध से 5.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. इसके बाद खेड़ा, महिसागर और
पंचमहाल के 125 से ज्यादा गांवों को अलर्ट पर रखा गया है. इसके साथ ही एनडीआरएफ की टीम को भी स्टैंडबाय पर रखा गया है.