
अहमदाबाद में एक अस्पताल की लापरवाही का खामियाजा एक महिला को अपने नवजात बच्चे की जान खो कर चुकाना पड़ा. दरअसल ये प्रेग्नेंट महिला अस्पताल में अपने बच्चे की डिलिवरी के लिए गई थी. महिला के परिवार वालों का आरोप है कि अस्पताल की कागजी कार्यवाही ना होने की वजह से उसकी सड़क पर ही डिलिवरी हो गई और बच्चा मर गया.
हालांकि, अस्पताल का कहना है कि बच्चा कमजोर होने कि वजह से महिला को दूसरे बड़े सरकारी अस्पताल में जाने के लिए कहा गया था.
घटना मंगलवार दोपहर की है जब यह महिला अहमदाबाद के खोखरा इलाके में सरकारी अस्पताल में डिलिवरी के लिए आई थी. महिला के रिश्तेदार मुकेश का कहना है कि लेबर पेन शुरू होने के चलते महिला को नजदीकी सरकारी अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लाया गया. लेकिन अस्पताल ने पहले कागजी कार्यवाही के बारे में पूछा. जब कहा गया कि इस अस्पताल में इससे पहले ट्रीटमेंट नहीं लिया तो उन्होंने कहा कि यहां डिलिवरी नहीं हो सकती. घरवालों का यह भी आरोप है कि अस्पताल ने इन्हें चले जाने को कहा.
महिला जैसे ही अस्पताल के बाहर आई, उसकी डिलिवरी फुटपाथ पर ही हो गई . इसके बाद बच्चा वहीं पर मर गया. महिला के रिश्तेदारों का कहना है कि डॉक्टर ने ट्रीटमेंट नहीं दिया, इसलिए बच्चे की मौत हो गई.
अस्पताल की सफाई
इस घटना पर रुक्षमनी अस्पताल का कहना है कि बच्चा गर्भ में ही काफी कमजोर था, जिस वजह से उसे जन्म के बाद प्रोपर ट्रीटमेंट देना जरूरी था. अस्पताल में यह सुविधा नहीं होने की वजह से महिला को दूसरे सरकारी अस्पताल में जाने के लिए कहा गया था.
अस्पताल के गाइनोकोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड के पी सूतरीया ने कहा, महिला को ट्रीटमेंट तो हमने दिया ही था. हमें ऐसा लगा कि बच्चा काफी कमजोर है, इसलिये हमने उन्हें दूसरे सरकारी अस्पताल में जाने के लिए कहा.