
कांग्रेस से निलंबित किये गये शंकरसिंह वाघेला ने बुधवार को बतौर विधायक अपना इस्तीफा गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष रमनलाल वोरा को सौंप दिया. वाघेला जिस वक्त अपना इस्तीफा देने पहुंचे गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी, डिप्टी सीएम नितिन पटेल और वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र सिंह चुडासमा वहां मौजूद रहे.
दिलचस्प बात ये है कि, वाघेला ने पहले यह एलान किया कि वो राजनीति में सक्रिय रहेंगे और किसी भी राजनीतिक दल में शामिल नहीं होंगे. लेकिन उनके इस्तीफे के वक्त बीजेपी सरकार में मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, गृहमंत्री सभी का मौजूद रहना यह आशंका पैदा करता है कि वह बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. हालांकि इस पूरे मामले पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी का कहना है कि, शंकर सिंह वाघेला जनसंघ के वक्त से सक्रिय राजनीति में हैं और तब से वह उनके लिए सम्माननीय हैं. रूपानी ने साफ किया कि वह वरिष्ठता के नाते इस्तीफे के वक्त वाघेला से मुलाकात करने पहुंचे थे.
गौरतलब है कि, वाघेला से पहले कांग्रेस के 13 विधायकों ने अपना इस्तीफा बतौर विधायक गुजरात विधानसभा स्पीकर को सौंप दिया है. शंकरसिंह वाघेला कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले 14वें विधायक हो गये हैं. हालांकि इन 14 विधायकों में शंकरसिंह वाघेला का बेटा भी शामिल है और सभी पहले ही बीजेपी में शामिल होने की घोषणा कर चुके हैं. शंकरसिंह वाघेला का कहना है कि उन्होंने बतौर विधायक इस्तीफा तो दे दिया है लेकिन वो राजनीति में रहेंगे और गुजरात के विकास और जनता की सेवा के लिए हमेशा काम करते रहेंगे. वाघेला काफी दिन से कांग्रेस आलाकमान पर हमलावर थे और चुनाव में हार के पीछे कांग्रेस नेतृत्व को जिम्मेदार ठहरा चुके थे.