
गुजरात चुनाव के लिए सोशल मीडिया पर इस बार जितना जोर कांग्रेस दे रही है, उतना शायद ही पहले उसने किसी चुनाव में दिया. इस चुनाव में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी खुद फ्रंट पर रह कर अपने ट्विटर हैंडल से बीजेपी और मोदी सरकार की नीतियों पर निशाना साध रहे हैं. वहीं, सोशल मीडिया पर जवाब देने में और कांग्रेस पर हमले करने में बीजेपी भी किसी तरह से पीछे नहीं है. बीजेपी तो 2014 में लोकसभा चुनाव से पहले ही सोशल मीडिया में महारत हासिल कर चुकी है. यही वजह है कि कांग्रेस भी गुजरात चुनाव में इस मोर्चे पर चूकना नहीं चाहती.
राहुल गांधी उत्तरी गुजरात की यात्रा के दौरान प्रदेश कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम से जुड़े वॉलन्टियर्स से मुलाकात करने वाले हैं. प्रदेश कांग्रेस के सोशल मीडिया डिपार्टमेंट ने अहमदाबाद में ‘वॉर रूम’ समेत तीन सेंटर बना रखे हैं. इनमें 150 से ज्यादा लोगों की टीम दिन रात जुटी हैं. ये टीम करीब 2000 वॉलन्टियर्स के जरिए पार्टी के संदेशों को सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंचाने का काम कर रही हैं.
गुजरात के लिए कांग्रेस के सोशल मीडिया डिपार्टमेंट के हेड रोहन गुप्ता ने ‘आज तक’ को बताया कि वॉर रूम वालंटियर्स के जरिए दिन रात सोशल मीडिया के कैंपेन पर काम कर रहा है. हमारे तीन अलग-अलग सेंटर अहमदाबाद में हैं, जहां पर कंटेंट बनता है. फिर इस बात पर ध्यान दिया जाता है कि कैसे उसे लोगों तक पहुंचाया जाए.
कांग्रेस की गुजरात सोशल मीडिया टीम ने हाल में ‘मैं हूं पक्का गुजराती’कैम्पेन शुरू किया है. इससे पहले ‘विकास गांडो थायो छे’ और ‘धन्यवाद मोटा साहब’ को भी कैम्पेन का आधार बनाया जा चुका है. रोहन गुप्ता कहते हैं कि लोगों का ध्यान खींचने के लिए उनकी टीम ‘कुछ हट कर’ कैम्पेन तैयार करने की रणनीति पर काम कर रही है.
रोहन गुप्ता अपनी बात को साफ करते हुए कहते हैं कि बीजेपी जो कहती है, जिसकी मार्केटिंग करती है, उसमें और हकीकत में जमीन आसमान का फर्क है. वहीं हमारा पूरा का पूरा कैंपेन हकीकत दिखाने में है. जब गुजराती अस्मिता की बात होती है तो क्या हम गुजराती नहीं हैं? नोटबंदी, GST जैसे फैसले लेते वक्त बीजेपी को क्या गुजराती याद नहीं आया? हम बीजेपी के दावों को अपने कैंपेन के जरिए एक्सपोज कर रहे हैं, इसी वजह से उन्हें यह गलत लग रहा है. हम उन पर कोई इल्जाम नहीं लगा रहे, सिर्फ हकीकत दिखा रहे हैं. सिर्फ सवाल पूछ रहे हैं.