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अनिल विज के बिगड़े बोल, 'नानी के घर जाकर भी राहुल का दिमाग ठीक नहीं हुआ'

उन्होंने कहा कि लगता है कि नानी के घर जाकर भी उनका दिमाग ठीक नहीं हुआ है. अनिल विज ने ये जवाब हाल ही में राहुल गांधी के द्वारा अमरनाथ यात्रा के दौरान हुए आतंकी हमले पर सवाल उठाने पर दिया.

अनिल विज का राहुल पर वार अनिल विज का राहुल पर वार
मोहित ग्रोवर
  • नई दिल्ली,
  • 14 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 1:23 PM IST

अपने बयानों के कारण चर्चा में रहने वाले हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर एक बार फिर निशाना साधा है. अनिल विज ने कहा कि पूरा देश उम्मीद कर रहा था कि राहुल गांधी नानी के घर जाएंगे तो बुद्धि लेकर आएंगे, लेकिन लगता है वो वहां से खाली हाथ लौटे हैं. उन्होंने कहा कि लगता है कि नानी के घर जाकर भी उनका दिमाग ठीक नहीं हुआ है. अनिल विज ने ये जवाब हाल ही में राहुल गांधी के द्वारा अमरनाथ यात्रा के दौरान हुए आतंकी हमले पर सवाल उठाने पर दिया.

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क्या कहा था राहुल ने?

आपको बता दें कि बुधवार को राहुल गांधी ने ट्विटर के जरिए लिखा कि पीएम मोदी की नीतियों ने कश्मीर में आतंकियों के लिए जगह बनाई, जिससे देश का काफी नुकसान हुआ है. राहुल ने लिखा कि थोड़े समय के राजनीतिक फायदे के लिए पीएम मोदी ने पीडीपी से गठबंधन किया, जो देश की सुरक्षा पर भारी पड़ा. उन्होंने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पर्सनल फायदे के कारण देश को रणनीतिक नुकसान हुआ और निर्दोष लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी.

यह पहली बार नहीं है कि अनिल विज अपने बयान के कारण चर्चा में हों, इससे पहले भी वो कई बार सुर्खियां बटोर चुके हैं. अनिल विज के विवादित बोल की फेहरिस्त:

गांधी टोपी को लेकर विवादास्पद बयान (07 अक्टूबर 2016)

अपने बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने पिछले साल अक्टूबर महीने में कहा था कि कांग्रेस के नेताओं को अब पारंपरिक गांधी टोपी पहनने की जगह हेल्मेट पहनना चाहिए. विज ने यह टिप्पणी कांग्रेस के एक कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा और हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर के समर्थकों के बीच हुए खूनी संघर्ष के बाद की थी. संघर्ष में तंवर और कुछ अन्य लोग घायल हो गए, उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा.

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अपनी सरकार को भी नहीं छोड़ा (22 फरवरी 2016)

हरियाणा में जाट आंदोलन के बाद अनिल विज के एक बयान से पार्टी के सामने नई चुनौती खड़ी हो गई थी. अनिल विज ने धमकी भरे अंदाज में कहा था कि जाट आरक्षण हिंसा में मरे लोगों को अगर मुआवजा दिया गया तो वह इस्तीफा दे देंगे. अपने बेबाक विचारों के लिए मशहूर हरियाणा के स्वास्थ्य एवं खेल मंत्री अनिल विज, कृषि मंत्री ओ पी धनकड़ के उस ट्वीट से नाराज थे, जिसमें हिंसा में मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति को 10 लाख रुपये का मुआवजा और उसके घर के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की बात कही गई थी.

गोमांस पर अनिल विज के बयान से हंगामा (12 फरवरी 2016)

पिछले साल फरवरी में ही हरियाणा के मंत्री अनिल विज के एक और बयान से हंगामा खड़ा हो गया था. उन्होंने कहा था कि जो लोग गोमांस के बिना जिंदा नहीं रह सकते, उन्हें हरियाणा नहीं आना चाहिए. विज का बयान हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के इस बयान के बाद आया था कि राज्य में गोमांस पर रोक को लेकर कोई विवाद नहीं है. हरियाणा में साल 2015 में लागू हुए एक कानून के मुताबिक राज्य में गोमांस की बिक्री नहीं की जा सकती.

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महिला अफसर से जब भिड़े अनिल विज (27 नवंबर 2015)

विवादों में रहने वाले हरियाणा के स्वास्थ्य एवं खेल मंत्री अनिल विज साल 2015 के नवंबर में एक बैठक के दौरान वरिष्ठ महिला पुलिस अफसर पर चिल्ला पड़े. उन्होंने अफसर से कहा 'गेट आउट'. पुलिस अफसर ने बैठक से बाहर जाने से मना कर दिया और खुद विज को झुंझला कर बैठक से जाना पड़ा. दरअसल फतेहाबाद में शराब की तस्करी मामले को लेकर अफसर और मंत्री के बीच की बहस में नौबत यहां तक पहुंच गई थी. विज ने फतेहाबाद की पुलिस अधीक्षक आईपीएस संगीता कालिया से बैठक से निकल जाने के लिए कहा. संगीता के मना करने पर विज गुस्से में बैठक से चले गए. जब विज ने संगीता से कहा 'गेट आउट', तब संगीता ने कहा, 'मैं नहीं जाऊंगी. आप इस तरह से मेरा अपमान नहीं कर सकते.'

 

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