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सूरजकुंड में आज से लगेगा रेल विकास कैंप, तैयार होगा रेलवे का फ्यूचर प्लान

शुक्रवार को पीएम मोदी प्रधानमंत्री कार्यालय नई दिल्ली से इस कैंप को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करेंगे. पीएम मोदी इस कैंप के समापन पर प्रतिभागियों के साथ एक विस्तृत बातचीत करने के लिए व्यक्तिगत रूप से फिर से भी मौजूद रहेंगे. वह खुद रेल विकास कैंप में चुने गए टॉप आइडियाज पर अपनी राय रखेंगे.

तीन दिन चलेगा कैंप तीन दिन चलेगा कैंप
अंजलि कर्मकार/सिद्धार्थ तिवारी
  • सूरजकुंड, हरियाणा,
  • 18 नवंबर 2016,
  • अपडेटेड 9:04 AM IST

हरियाणा में सूरजकुंड वैसे तो हस्तशिल्प मेले के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन शुक्रवार से यहां पर भारतीय रेलवे विचारों का मेला लगाने जा रही है. रेलवे पहली बार बड़े पैमाने पर बदलाव की उम्मीद में रेलवे कर्मचारियों से मिले लाखों सुझावों और विचारों पर मंथन करने जा रही है. 3 दिन तक चलने वाला रेल विकास कैंप 18 नवंबर को शुरू होकर 20 नवंबर को खत्म होगा. खास बात यह है कि रेल विकास कैंप की यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुझाव का नतीजा है.

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वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कैंप को संबोधित करेंगे पीएम
शुक्रवार को पीएम मोदी प्रधानमंत्री कार्यालय नई दिल्ली से इस कैंप को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करेंगे. पीएम मोदी इस कैंप के समापन पर प्रतिभागियों के साथ एक विस्तृत बातचीत करने के लिए व्यक्तिगत रूप से फिर से भी मौजूद रहेंगे. वह खुद रेल विकास कैंप में चुने गए टॉप आइडियाज पर अपनी राय रखेंगे.

क्या है इस कैंप की खासियत
रेल विकास कैंप का उद्देश्य रेल क्षेत्र के विकास के लिए रेलवे परिचालन के सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में इनोवेटिव विचारों को बढ़ावा देना है. भारतीय रेलवे के 163 सालों के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि ऐसा कोई बुद्धिशील और नियोजक आयोजन सभी रेलवे कर्मचारियों को शामिल करके इतने बड़े पैमाने पर आयोजित किया जा रहा हो. कर्मचारियों में गैंगमैन से लेकर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन शामिल हैं. यह कैंप इस मायने में रेलवे के अन्य सम्मेलनों से इसलिए अलग है कि यहां न सिर्फ बाहरी वक्ता इस बात में भागीदारी कर रहे हैं कि रेलवे को क्या करना चाहिए, बल्कि सभी स्तरों से संबंधित रेलवे कर्मचारियों को भी आपस में नए विचारों का योगदान देने के लिए और निर्णय लेने की प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. इस कैंप से भारतीय रेलवे के लिए विजन जुटाने में मदद मिलेगी.

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क्यों हो रहा कैंप का आयोजन
गौरतलब है भारतीय रेलवे की खस्ताहाल स्थिति को सुधारने के लिए पीएम मोदी काफी चिंतित हैं. उनके लिए रेलवे की हालत को सुधारना एक बड़ा चैलेंज है. रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने तमाम ऐसे उपाय अपनाए हैं, जिससे रेलवे की इमेज बेहतर बने, लेकिन इन सबके बावजूद रेलवे में अभी बहुत ज्यादा सुधार की गुंजाइश है. यह बात रेल मंत्री प्रभु के साथ-साथ प्रधानमंत्री मोदी भी जानते हैं. इसी वजह से रेलवे के सभी कर्मचारियों से पिछले दिनों यह पूछा गया कि अगर वह एक दिन के लिए रेल मंत्री बनाए जाएं, तो क्या करेंगे. देश भर के लाखों रेल कर्मचारियों ने रेल मंत्रालय को तकरीबन 125000 सुझाव भेज दिए हैं. अब इन सवा लाख सुझावों में से अलग-अलग लेवल पर बेहतरीन आइडियाज को चुना जा चुका है. इनपर सूरजकुंड के रेल विकास कैंप में विचार-विमर्श किया जाएगा.

रेल मंत्रालय के मुताबिक, सूरजकुंड में लगने जा रहे रेलवे कैंप के लिए 8 थीम तय की गई हैं:

1- रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाकर 3 गुना करना

2- रेलवे की यात्रा को आरामदायक कैसे बनाया जाए

4- घरेलू बाजार से रेलवे के गैर किराया राजस्व को कैसे बढ़ाया जाए

5- भारतीय रेलवे में लागत को कैसे कम किया जाए

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6- भारतीय रेलवे को आधुनिक कैसे बनाया जाए

7- रेलवे में माल ढुलाई को कैसे लोकप्रिय बनाया जाए

8- रेलवे में जरूरत में नई चीजों को अपनाने क्या कल्चर कैसे विकसित किया जाए

इसलिए अहम है ये कैंप
भारतीय रेलवे के सुधार के लिए रेलवे कैंप को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है. सूरजकुंड में होने वाले रेलवे के इस आयोजन में तकरीबन 650 लोग भाग लेंगे. इनमें सभी रेलवे जोंस के जनरल मैनेजर सभी मंडलों के डीआरएम सभी रेलवे पीएसयू के आला अफसर रेलवे कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी होंगे. रेलवे कैंप में ऐसे रेल कर्मचारियों को भी बुलाया जाएगा, जिनके आइडियाज को प्रधानमंत्री के सामने विचार विमर्श के लिए पेश किया जाएगा. खास बात यह है इस आयोजन में पूरे देश के अलग-अलग हिस्सों से रेलवे के आला अफसरों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी प्रधानमंत्री से इंटरेक्ट करने का मौका मिलेगा.

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