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जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में शनिवार शाम को भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.6 मापी गई. फिलहाल किसी तरह के नुकसान की जानकारी नहीं है. हालांकि भूकंप आने के बाद घबराकर सभी लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए. जानकारी के मुताबिक भूकंप चार बजकर 57 मिनट पर आया, जिसकी गहराई 5 किमी दर्ज की गई है.
इससे पहले 26 दिसंबर को लेह, लद्दाख में सुबह-सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) ने बताया था कि मंगलवार सुबह करीब 4:33 बजे लेह और लद्दाख में रिक्टर पैमाने पर 4.5 तीव्रता का भूकंप आया. भूकंप का केंद्र 5 किमी की गहराई पर था और झटके 34.73 अक्षांश और 77.07 देशांतर पर आए. जम्मू-कश्मीर के नजदीकी किश्तवाड़ जिले में रिक्टर स्केल पर 3.7 तीव्रता का भूकंप आया. एनसीएस के मुताबिक, किश्तवाड़ में भूकंप देर रात करीब 1.10 बजे 5 किमी की गहराई पर आया.
भूकंप क्यों और कैसे आता है?
वैज्ञानिक रूप से समझने के लिए हमें पृथ्वी की संरचना को समझना होगा. पृथ्वी टैक्टोनिक प्लेटों पर स्थित है. इसके नीचे तरल पदार्थ लावा है और इस पर टैक्टोनिक प्लेट्स तैरती रहती हैं. कई बार ये प्लेट्स आपस में टकरा जाती हैं. बार-बार टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्यादा दबाव पड़ने पर ये प्लेट्स टूटने लगती हैं. ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्ता खोजती है. जब इससे डिस्टर्बेंस बनता है तो इसके बाद भूकंप आता है.