
जम्मू-कश्मीर में अगले महीने शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा को आतंकी हमलों से महफूज रखने के लिए भारतीय सेना ने यात्रा की सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए हैं. बताया जा रहा है कि 29 जून से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा के लिए भारतीय सेना के पांच बटालियन के 5000 जवान अलग से तैनात किए जाएंगे. इसके अलावा स्थानीय पुलिस और अर्धसैनिक बल के 30 हजार जवानों को भी तैनात किए जाने की खबरें हैं.
ईद-उल-फितर और अमरनाथ यात्रा जैसे दो महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहारों के आसपास होने के चलते आतंकी हमलों की आशंका बढ़ जाती है. आपको बता दें कि इस बार ईद 26 जून को है जबकि अमरनाथ यात्रा की शुरुआत 29 जून से हो रही है.
आतंकी हमलों की आशंका के मद्देनजर ही सेना की पांचों बटालियन अपनी-अपनी यूनिट के इंजीनियर, सिग्नल और सेना यूनिट के साथ मूव कर चुकी हैं. सूत्रों के मुताबिक तीन बटालियन जवाहर टनल के उत्तर राष्ट्रीय राजमार्ग पर तैनात होंगी. जबकि एक बटालियन के सोनमर्ग-बालटाल मार्ग के साथ जम्मू-कश्मीर के अमरनाथ मंदिर में तैनात होने की संभावना है. अन्य ए बटालियन की तैनाती पहलगाम मार्ग पर होगी.
सेना की इन पांचों इकाइयों का विशेष काम होगा कि वे आतंकवादियों को अमरनाथ यात्रा को टार्गेट करने से रोकें.
श्राइनबोर्ड ने जारी किए निर्देश
आगामी 7 अगस्त तक चलने वाली तीर्थयात्रा के लिए अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं. इसके तहत तीर्थयात्रा के इच्छुक आवेदकों को स्वास्थ्य प्रमाणपत्र पेश करना होगा. तीर्थयात्रा के लिए उम्र की न्यूनतम सीमा 13 साल और अधिकतम सीमा 75 साल तय की गई है.