
कश्मीर घाटी में आतंक का पर्याय बन चुके लश्कर, जैश और हिजबुल मुजाहिद्दीन की जगह अब पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी दुनिया की आंखों में धूल झोंककर घाटी में अल-बदर जैसे आतंकी संगठन को खड़ा करने के लिए फंडिंग करने में जुटा हुआ है. खुफिया सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई घाटी में अल- बदर को खड़ा करने के लिए अलग-अलग रास्तों से फंडिंग जुटाने में मदद कर रहा है.
सूत्रों के मुताबिक, पाक अधिकृत कश्मीर (POK) और खैबर पख्तूनख्वा दो जगहों पर आईएसआई की मदद से अल बदर के नाम से पैसा जुटाने के लिए पोस्टर बांटे गए हैं. इसमें कहा गया है कि कश्मीर में जिहाद और कश्मीर को अलग करने के लिए पैसों की जरूरत है. यही नहीं इन दोनों इलाकों में कुर्बानी के जरिए अल बदर पैसा वसूल रहा है, यानी बकरों की खाल बेचकर खैबर पख्तूनख्वा और पाक अधिकृत कश्मीर में इस समय पैसा जुटाने में अल बदर के आतंकी लगे हुए हैं.
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद से अल- बदर के 2 कमांडर असलम भाई पाक अधिकृत कश्मीर में फंड वसूल कर रहा है. वहीं लियाकत जरीन खैबर पख्तूनख्वा में आतंकी संगठन अल बदर के लिए फंड वसूलने में जुटा हुआ है.
खुफिया सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में पाक अधिकृत कश्मीर में अल बदर के मुखिया बख्त जरीन ने एक मीटिंग की है, जिसमें उन्होंने यह दावा किया है कि कश्मीर घाटी के लिए अल बदर एक बड़ा आतंकी संगठन बनने जा रहा है. उन्होंने इस मीटिंग में उन दो आतंकियों का भी जिक्र किया जो जून में लाइन ऑफ कंट्रोल पार करते हुए भारतीय सुरक्षा बलों के निशाने पर आ गए थे. इन दोनों आतंकवादियों को भारतीय सुरक्षा बलों ने लाइन ऑफ कंट्रोल पर ही ढेर कर दिया था. अल बदर के चीफ "बख़्त जरीन" कश्मीर घाटी और पाक अधिकृत कश्मीर में मौजूद आतंकी कमांडरों को यह निर्देश भी दे रहे हैं कि वह घाटी के युवाओं को जिहाद के नाम पर भर्ती करें.
अल- बदर के बारे में खुफिया सूत्रों ने आजतक को यह भी जानकारी दी है कि पिछले कुछ दिनों में अल बदर पाक अधिकृत कश्मीर में आईएसआई की मदद से अपने आतंकी कमांडरों की ट्रेनिंग लश्कर ,जैश और हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों के साथ दिलवा रहा है. पाक अधिकृत कश्मीर में मौजूद लश्कर, जैश और हिजबुल मुजाहिद्दीन के ट्रेनिंग कैंप में अल- बदर के आतंकी इस वक्त काफी संख्या में ट्रेनिंग ले रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद से पाक अधिकृत कश्मीर के लॉन्चिंग पैड पर भी अल -बदर के आतंकियों को भेजने की कोशिश की जा रही है. यही वजह है कि घुसपैठ करते वक्त जून के महीने में भारतीय सुरक्षा बलों ने लाइन ऑफ कंट्रोल पर दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया था. जो कि अल बदर के आतंकी थे.
कश्मीर घाटी में भी इस वक्त अल बदर के आतंकी मौजूद हैं. खुफिया सूत्रों के मुताबिक, घाटी में आतंकवादियों की जो लिस्ट है. उसमें करीब 200 आतंकवादी इस सूची में मौजूद हैं. इनमें से 50 विदेशी आतंकवादी शामिल हैं. आतंकवादी गुटों में हिजबुल, जैश, लश्कर के अलावा अल बद्र और अंसार उल गजावत ए हिन्द जैसे आतंकी संगठनों का भी नाम है.
कश्मीर में मौजूद 200 आतंकवादी
खुफिया सूत्रों के मुताबिक, फिलहाल 200 आतंकवादी कश्मीर में मौजूद हैं. इसमें से हिजबुल 102, लश्कर 47, जैश 27, अल बद्र-10 और अंसार उल गजावत ए हिन्द के 10 आतंकवादी हैं. यानी अल बदर के 10 आतंकवादियों की एक छोटी टीम के जरिए अल बदर का मुखिया कश्मीर घाटी में तबाही मचाना चाहता है. खुफिया एजेंसियां इस बात को लेकर के अलर्ट हैं. लेकिन चिंता इस बात की है कि पाक अधिकृत कश्मीर में आईएसआई की मदद से जिस तरीके से अल बदर के आतंकवादियों को ट्रेनिंग दी जा रही है. वह आने वाले समय में घाटी के लिए खतरे का सबब बन सकता हैं. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी दुनिया की नजरों में पर्दा डालने के लिए अल -बदर यानी ऐसे आतंकी संगठन को खड़ा कर रहा है, जो दुनिया की नजरों में नहीं है.