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KA गनई को नियुक्त किया गया राज्यपाल वोहरा का तीसरा सलाहकार

जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा के तीसरे सलाहकार के रूप में केए गनई को नियुक्त किया गया है. गनई जम्मू-कश्मीर कैडर के रिटायर आईएएस अधिकारी हैं. अभी तक गनई जम्मू-कश्मीर के मुख्य सूचना आयुक्त के पद पर थे.

जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा
राम कृष्ण
  • श्रीनगर/नई दिल्ली,
  • 29 जून 2018,
  • अपडेटेड 7:10 PM IST

जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा के तीसरे सलाहकार के रूप में केए गनई को नियुक्त किया गया है. गनई जम्मू-कश्मीर कैडर के रिटायर आईएएस अधिकारी हैं.

अभी तक गनई जम्मू-कश्मीर के मुख्य सूचना आयुक्त के पद पर थे. राज्यपाल एनएन वोहरा का सलाहकार नियुक्त होने से पहले उन्होंने मुख्य सूचना आयुक्त के पद से इस्तीफा दे दिया था.

इससे पहले बीबी व्यास और विजय कुमार को वोहरा का सलाहकार नियुक्त किया जा चुका है. जम्मू-कश्मीर में पीडीपी-बीजेपी गठबंधन की सरकार गिरने के बाद से राज्यपाल शासन लागू है.

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अब सूबे में चुनी हुई सरकार अस्तित्व में नहीं है और केंद्र सरकार की ओर से राज्यपाल शासन की बागडोर संभाले हुए हैं. बीजेपी ने 'व्यापक राष्ट्रीय हित' और 'सुरक्षा हालात के बिगड़ने' का जिक्र करते हुए क्षेत्रीय दल पीडीपी के साथ करीब तीन साल पुराना अपना गठबंधन तोड़ दिया था.

वोहरा ने राज्यपाल शासन को हटाए जाने की घोषणा होने तक विधानसभा को निलंबित स्थिति में रखा है. वर्तमान विधानसभा का छह साल का कार्यकाल मार्च 2021 में खत्म होगा.

केए गनई को उस समय राज्यपाल वोहरा का सलाहकार नियुक्त किया गया है, जब अमरनाथ यात्रा जारी है. तीर्थयात्रियों का एक जत्था अमरनाथ के दर्शन भी कर चुका है. अमरनाथ यात्रा को देखते हुए विद्युत चुंबकीय चिप, बाइक, बुलेटप्रूफ एसयूवी युक्त पुलिस काफिले और जगह-जगह बुलेटप्रूफ बंकर जैसे व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं.

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यात्रा मार्ग जम्मू से वाया पहलगाम और बालटाल पर सीआरपीएफ और राज्य पुलिस के 40 हजार से ज्यादा सशस्त्र जवानों को बख्तरबंद गाड़ियों के साथ तैनात किया गया है.

इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. यात्रा मार्ग पर आतंकवादी किसी तरह की गड़बड़ी न कर पाएं, इसके लिए सेना की टुकड़ियों को भी तैनात किया गया है.

वहीं,  वर्तमान राज्यपाल एनएन वोहरा 28 जून को रिटायर भी हो रहे हैं. वोहरा 2008 में पहली बार सूबे के राज्यपाल बनाए गए थे. 2013 में उनकी सेवा का विस्तार कर दिया गया था. हालांकि अब यह तो वक्त ही बताएगा कि वोहरा का कार्यकाल तीसरी बार बढ़ेगा या फिर इसके लिए नए चेहरे का ऐलान होगा.

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