
मुंबई हमले के गुनहगार हाफिज सईद की नजरबंदी खत्म होने का क्या जम्मू कश्मीर में चल रहे सेना के ऑपरेशन ऑल आउट से कनेक्शन है? ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि जिस समय सेना के इस ऑपरेशन से कश्मीर में एक के बाद एक टॉप आतंकी मारे जा रहे थे और घाटी में दहशत का खेल खेलने वालों के हौसले पस्त हो रहे थे, उसी समय पिछले 10 महीने से नजरबंद हाफिज सईद को सरहद के इस पार मौत का खेल खेलने के लिए फिर से खुला छोड़ दिया गया है.
पाक सरकार भले ही इसे न्यायिक प्रक्रिया कहे, लेकिन खुद हाफिज सईद के वकीलों ने भी साफ कर दिया कि सरकार की ओर से सईद के खिलाफ कोई पुख्ता सबूत नहीं रखे गए. जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद ने रिहा होते ही कश्मीर का राग अलापकर अपने नापाक मंसूबे भी साफ कर दिए हैं. इससे कश्मीर में आतंक का सफाया कर शांति बहाली की कोशिशों में जुटे सुरक्षा बलों के लिए भी चुनौतियां बढ़ गई हैं. रक्षा विशेषज्ञ मेजर जनरल अशोक कुमार मेहता ने aajtak.in से बातचीत में साफ तौर पर माना कि हाफिज की रिहाई और कश्मीर में आतंकियों के सफाये के बीच सीधा कनेक्शन है.
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ऑपरेशन ऑल आउट से लश्कर के हौसले हुए पस्त
मेहता ने कहा कि भारतीय सेना के ऑपरेशन ऑल आउट से आतंकियों में खलबली मची हुई है. घाटी में आतंकियों की संख्या लगातार कम हो रही है. लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के नापाक हौसले पस्त हो चुके हैं. लिहाजा पाकिस्तान सरकार और वहां की खुफिया एजेंसी ISI ने आतंकियों का हौसला बढ़ाने के लिए आतंकी हाफिज सईद की रिहाई की है. हालांकि अभी सीमा पर बर्फ जमने की वजह से पाकिस्तान के लिए आतंकियों की घुसपैठ कराना आसान नहीं होगा, लेकिन सीमा पार आतंकियों के मनोबल को बढ़ावा जरूर मिलेगा.
दुनिया के आंखों में धूल झोंकने के लिए की थी नजरबंदी
मेजर जनरल मेहता ने कहा कि वैसे भी पाकिस्तान में हाफिज सईद की नजरबंदी महज एक दिखावा ही थी. पाकिस्तान सरकार ने दुनिया की आंखों में धूल झोंकने के लिए यह कदम उठाया था. मेहता ने कहा कि अगर पाकिस्तान सरकार हकीकत में हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई करने की इच्छुक होती, तो उसको अब तक मुंबई आतंकी हमले समेत किसी भी मामले में दोषी ठहरा दिया जाता. अब जब कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा के पैर उखड़ने लगे हैं, तो पाकिस्तानी सेना और ISI ने हाफिज सईद को रिहा करने का दांव चला है. नजरबंदी से रिहा होते ही जिस तरह से हाफिज सईद ने कश्मीर राग अलापा और भारत के खिलाफ जहर उगला, उससे उसके मंसूबे साफ हैं.
PoK में आतंकी कैंप और लॉन्चिंग पैड का दौरा करेगा हाफिज
खुफिया सूत्रों की मानें तो हाफिज सईद अब PoK में चल रहे आतंकी कैंप और लॉन्चिंग पैड का दौरा करेगा. इसके लिए पाकिस्तानी सेना और ISI ने उसको निर्देश दिया है. जम्मू-कश्मीर में दहशतगर्दी को बढ़ावा देने के लिए ट्रेंड आतंकियों का ब्रेनवाश करने की तैयारी है. लॉन्चिंग पैड पर आतंकी भी जमा हो चुके हैं. इससे पहले पिछले एक साल में कश्मीर घाटी में 195 आतंकी मारे जा चुके हैं, जिसमें से 51 लश्कर के आतंकी हैं.
अनुच्छेद 370 को बिना बहस किया जाए खत्म
मेजर जनरल(रिटायर्ड) मेहता ने कहा कि घाटी में अब बातचीत के जरिए शांति स्थापित करने का बेहतरीन मौका है. इसके लिए राजनीतिक स्तर पर पहल की जानी चाहिए और राज्य व केंद्र सरकार को मिलकर कदम उठाना चाहिए. उन्होंने कहा कि सिर्फ दिनेश्वर शर्मा को वार्ताकार नियुक्त करने और फिर चार महीने में रिपोर्ट लेने भर से घाटी के हालात सुधरने वाले नहीं हैं. घाटी में स्थायी शांति के लिए अनुच्छेद 370 को बिना किसी बहस के खत्म कर देना चाहिए. साथ ही आतंकियों का पूरी तरह से खात्मा कर देना चाहिए और सोशल मीडिया पर लगाम लगाना चाहिए. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के गुस्से को कम करने के लिए AFSPA में भी ढिलाई देनी चाहिए.