
जम्मू कश्मीर में भारतीय सुरक्षाबलों के ऑपरेशन ऑलआउट से आतंकियों का सफाया हो रहा है. सेना की इस कार्रवाई से आतंकी संगठन लश्कर इस कदर बौखलाया हुआ है कि वह अब जम्मू कश्मीर में फिदायीन हमला करने की फिराक में हैं.
सेना ने शनिवार को ही बांदीपुरा इलाके में मेजर ऑपरेशन चलाते हुए 6 आतंकियों को ढेर कर दिया था, जिसमें मुंबई आतंकी हमले के आरोपी जकीर उर रहमान लखवी का भांजा भी शामिल था.
ख़ुफ़िया सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक जम्मू कश्मीर के शरीफाबाद लेह एयरपोर्ट पर लश्कर आतंकियों के फिदायीन हमले के प्लान को ख़ुफ़िया एजेंसियों ने डिकोड किया है. लश्कर के आतंकियों ने एयरपोर्ट के पास मौजूद सिक्योरिटी फ़ोर्स के कैम्प पर भी फिदायीन हमला करने का प्लान बनाया है. खुफिया रिपोर्ट आने के बाद सुरक्षा बल अलर्ट पर हैं.
इंजीनियर्स की मदद से प्लान
सूत्रों के मुताबिक़ लश्कर ए तैयबा अपने इस प्लान में एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स का इस्तेमाल कर सकता है. रिपोर्ट के मुताबिक एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स लश्कर के इस ऑपरेशन का हिस्सा हो सकते हैं. लश्कर के कुछ हैंडलर्स ने पाकिस्तान में बैठे आक़ाओं के निर्देश पर श्रीनगर में एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग के कुछ स्टूडेंट्स के साथ सितंबर में मीटिंग भी की थी.
खुला है वापसी का रास्ता
सेना और राज्य के डीजीपी ने रविवार को ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह एलान किया था जो युवा आंतक का रास्ता छोड़ना चाहते हैं उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. साथ ही सेना की ओर से यह भी बताया गया कि साल 2017 में अबतक 190 आतंकी मारे जा चुके हैं.
मारे गए आतंकियों में से 110 आतंकी विदेशी हैं जबकि 80 स्थानीय हैं. सेना ने बताया कि 110 विदेशी आतंकियों में से 66 आतंकियों को LoC पर सुरक्षा बलों ने घुसपैठ करने के दौरान ढेर किया है.