
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री मोहसिन रजा ने एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि एआईएमपीएलबी बताए कि उसे फंडिंग कहां से मिलती है. बोर्ड इसे सार्वजनिक करे. उन्होंने ओवेसी पर निशाना साधते हुए कहा कि संस्था के कुछ सदस्य देश का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. यदि देश का माहौल खराब होता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा.
ओवैसी ने क्या कहा?
बता दें, शुक्रवार को असदुद्दीन ओवैसी का एक बयान समाने आया जिस पर रजा ने उन्हें जवाब दिया. ओवैसी ने ट्वीट कर कहा कि 'मुझे अपनी मस्जिद वापस चाहिए.' इससे पहले 9 नवंबर को अयोध्या फैसले वाले दिन ओवैसी ने कहा था कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की तरह हम भी फैसले से सहमत नहीं हैं, सुप्रीम कोर्ट से भी चूक हो सकती है.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि अगर मस्जिद वहां पर रहती तो सुप्रीम कोर्ट क्या फैसला लेती. यह कानून के खिलाफ है. बाबरी मस्जिद नहीं गिरती तो फैसला क्या आता. हमें हिंदुस्तान के संविधान पर भरोसा है. हम अपने अधिकार के लिए लड़ रहे थे. 5 एकड़ जमीन की खैरात की जरूरत नहीं है. मुस्लिम गरीब हैं, लेकिन मस्जिद बनाने के लिए हम पैसा इकट्ठा कर सकते हैं.
जमीयत का विरोध
दूसरी ओर, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रस्तावित अहम बैठक के दो दिन पहले जमीयत उलेमा-ए-हिंद (जेयूएच) ने फैसला किया है कि वे मस्जिद के लिए पांच एकड़ वैकल्पिक भूमि स्वीकार नहीं करेंगे. जेयूएच भी अयोध्या मामले में एक प्रमुख मुस्लिम वादी रहा है.