
लोकसभा में अपने लिखित जवाब में गृह मंत्रालय ने जानकारी दी है कि इस साल 9 जुलाई तक 172 आतंकवादी घटनाएं जम्मू कश्मीर में हुई हैं. इस हमले में देश के 38 जवान शहीद हुए वहीं आतंकी हमलों में 12 आम नागरिक मारे गए हैं. आपको बता दें कि 2016 में कुल 322 आतंकी घटनाएं हुई थीं.
कम हुई पत्थरबाजी
अगर जम्मू-कश्मीर की कानून व्यवस्था के बारे में बात करें तो अलग-अलग घटनाओं में इस साल हुई पत्थरबाजी की घटनाओं में भारी कमी हुई है. इस साल पत्थरबाजी की कुल 664 घटनाएं (9 जुलाई तक) हुई हैं. इस दौरान 21 आम आदमी मारे गए और 107 आम नागरिक घायल भी हुए हैं वही सुरक्षा बल 1073 की संख्या में इस कानून व्यवस्था की घटना को रोकने के दौरान घायल हुए हैं.
गृह मंत्रालय ने दिया लिखित जवाब
आपको बता दें कि अपने लिखित जवाब में गृह मंत्रालय ने जवाब दिया है कि 2016 में 2808 पत्थरबाजी की घटनाएं की घटनाएं हुई थीं. पिछले साल 8 जुलाई को बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद लगातार तीन महीनों में सबसे ज्यादा कश्मीर घाटी में पत्थरबाजी की घटनाएं हुईं. जिसमें हजारों की संख्या में जवान घायल हुए. इस साल अब तक जो गृह मंत्रालय के पास जानकारी है उसके मुताबिक पत्थरबाजी की 664 घटनाएं हुई हैं जिसमें 1073 सुरक्षा बलों के जवान घायल हुए हैं.
अगर 9 जुलाई तक मारे गए आतंकवादियों की संख्या की बात करें तो 95 आतंकियों को सुरक्षाबलों ने अलग-अलग मुठभेड़ में मार गिराया है. लेकिन, 'आज तक' के पास मौजूद आतंकवादियों की लिस्ट के मुताबिक 17 जुलाई तक करीब 110 आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में मार गिराया है.
सिंधिया जानना चाहते थे घाटी के हालात
कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जम्मू कश्मीर के वर्तमान हालात को लेकर गृह मंत्रालय से यह सवाल पूछा था कि क्या जम्मू और कश्मीर घाटी में अशांति खतरनाक स्थिति तक पहुंच गई है. इसके अलावा उन्होंने यह भी जानकारी मांगी थी की घाटी में अशांति एवं अन्य चुनौती से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने किस तरीके से वहां पर कदम उठाए हैं.