
झारखंड में बाबा की नगरी देवघर में विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला शनिवार से शुरू हो गया. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने श्रावणी मेले का उद्घाटन किया. सुबह से ही कांवड़ियां कतारबद्ध होकर बाबा बैद्यनाथ को जलाभिषेक कर रहे हैं. मंदिर परिसर पूरा केसरियामय हो चुका है. वहीं जिला और पुलिस प्रशासन द्वारा कांवड़ियों की सुरक्षा और सुविधा का पुख्ता इंतजाम किया गया है.
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सुबह बैद्यनाथ की पूजा अर्चना की. मुख्यमंत्री ने बाबा भोलेनाथ से झारखंड प्रदेश और प्रदेश की जनता की सुख-समृद्धि की कामना की.
पूजा के बाद मुख्यमंत्री बाबा मंदिर के सरदार पंडा से मिले और उनसे आशीर्वाद लिया. यहां से वह दुम्मा रवाना हुए, जहां मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया गया है. 28 जुलाई से शुरू हुआ ये श्रावणी मेला 26 अगस्त तक चलेगा.
मुख्यमंत्री खुद कर रहे हैं निगरानी
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास इस बार श्रावणी मेले पर खुद नजर रख रहे हैं. लिहाजा, प्रशासन भी किसी तरह का जोखिम लेने के मूड में नहीं है. देवघर आने वाले कांवरियों के लिए इस बार माकूल इंतज़ाम किए गए हैं. पानी, बिजली, सड़क के अलावा कावरियों को रात में ठहरने के लिए टेंट और जगह-जगह पर चिकित्सा सुविधा का भी खास ध्यान रखा गया है. मेले के दौरान आतंकरोधी स्क्वॉयड टीम भी तैनात रहेगी.
गौरतलब है कि बिहार के सुल्तानगंज से गंगा जल उठाने के बाद कांवड़िये बोल-बम का उद्घोष करते हुए 108 किलोमीटर दूर शिव मंदिर की ओर बढ़ते हैं. यह रास्ता काफी कठिन होता है. इस दौरान भक्तों को नदी-नाले, खेत और ऊंची पहाड़ियों से होकर गुजरना पड़ता है, लेकिन उत्साह का माहौल बना रहता है.