
झारखंड की प्रमुख विपक्षी पार्टी झामुमो और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर अनिश्चितता के बादल छटने लगे हैं. झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के मुताबिक कांग्रेस के साथ मिलकर आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ने पर सहमति लगभग बन चुकी है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद हेमंत सोरेन ने मंगलवार को यह बात कही. सोरेन ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने इन चुनावों में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की अगुवाई स्वीकार करने की बात भी कही है.
राज्यसभा चुनावों पर भी सहमति बनने का दावा
हेमंत सोरेन ने कहा, यह राय बनी है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी का समर्थन करेगा. वहीं कांग्रेस इसके बदले झामुमो के उम्मीदवार को समर्थन देगी. इस मौके पर उनके साथ झारखंड प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी आरपीएन सिंह और प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार भी मौजूद थे. झामुमो राज्यसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए कांग्रेस के अलावा अन्य छोटे दलों का सहारा लेगी.
झामुमो का जोर
झामुमो दरअसल राज्यसभा की एक सीट पाने के लिए अपना पूरा जोर लगा रही है. वर्तमान में इस सीट पर पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजीव कुमार काबिज है जिनका टर्म पूरा हो रहा है. अब हेमंत सोरेन इस प्रयास में हैं कि इस सीट से अपने छोटे भाई बसंत सोरेन को राज्यसभा भेज सकें.
गौरतलब है कि पिछली बार तीन सीटों के लिए हुए राज्यसभा चुनावों में क्रॉस वोटिंग की वजह से झामुमो को एक निश्चित सीट का झटका लगा था. उस चुनाव में बसंत सोरेन महज एक वोट से चुनाव हार गए थे जबकि NDA समर्थित उम्मीदवार महेश पोद्दार ने बाजी मारी थी, लेकिन इस बार झामुमो कोई कसर बाकि नहीं छोड़ना चाहती है.