Advertisement

झारखंड: भूख से हुई मौत ने खोली राज्य सरकार के तमाम दावों की पोल

इंद्रदेव बीपीएल कार्डधारक था, जिसे बाद में हेल्थ कार्ड में तब्दील कर दिया गया था. उसे दो महीने से सरकारी सहायता के तहत मुफ्त मिलने वाला अनाज भी नहीं मिल रहा था. इसकी सूचना मुखिया को मिलने पर उसने जिले के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी. लेकिन, अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की.

भूख से मौत भूख से मौत
अंजलि कर्मकार/धरमबीर सिन्हा
  • हजारीबाग,
  • 12 दिसंबर 2016,
  • अपडेटेड 8:19 PM IST

झारखंड के हजारीबाग जिले में भूख से हुई मौत ने राज्य सरकार के तमाम दावों की पोल खोलकर रख दी है. कटकमसांडी इलाके के सारूगारु गांव में बीती रात इंद्रदेव माली की मौत हो गई. परिवारजनों के मुताबिक, मृतक बीते कई दिनों से बीमार था. घर में तीन दिन से चूल्हा नहीं जला था और ना ही खाने के लिए एक अनाज का दाना था. हालांकि, प्रशासन इसपर कुछ भी बोलने से इनकार कर रहा है.

Advertisement

इंद्रदेव बीपीएल कार्डधारक था, जिसे बाद में हेल्थ कार्ड में तब्दील कर दिया गया था. उसे दो महीने से सरकारी सहायता के तहत मुफ्त मिलने वाला अनाज भी नहीं मिल रहा था. इसकी सूचना मुखिया को मिलने पर उसने जिले के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी. लेकिन, अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की.

मामले को तूल पकड़ता देख प्रशासन हरकत में आया और इंद्रदेव की पत्नी को तत्काल 50 किलो चावल और एक हजार रुपये दिए गए. साथ ही पारिवारिक लाभ योजना के तहत 25 हजार रुपये नकद, प्रधानमंत्री आवास और विधवा पेंशन देने का भी आश्वासन दिया गया. इंद्रदेव के तीनों बच्चो का सरकारी विद्यालयों में नामांकन कराने की बात भी की गई है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement