
10 सालों तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह का नाम पीएम मोदी की एक योजना में फ्री गैस कनेक्शन लेने वालों की सूची में आया है. मामला सामने आते ही मध्य प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मच गया.
दरअसल ये खुलासा तब हुआ जब केंद्र सरकार की उज्ज्वला योजना के अंतर्गत गरीबों को गैस सिलेंडर दिए जाने वाली लिस्ट गुना के गैस एजेंसियों को भेजी गई. गैस एजेंसी चलाने वालों ने जैसे ही उसमें एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री और राघौगढ़ के राजपरिवार के मुखिया दिग्विजय सिंह का नाम देखा तो चौंक गए.
दिग्विजय सिंह के बेटे को भी नाम उज्ज्वला योजना की सूची में
अकेले दिग्विजय सिंह ही नहीं उनके बेटे और कांग्रेस से विधायक जयवर्धन सिंह का भी नाम उन गरीब लोगों की सूची में है, जिन्हें उज्ज्वला योजना के तहत फ्री गैस कनेक्शन मिलना है. दरअसल 2011 में केंद्र सरकार के द्वारा किए गए आर्थिक सर्वेक्षण के आधार पर ही ये सूची बनाई गई थी. लेकिन उसमें एक ऐसी परिवार का नाम आना जिसका राघौगढ़ और एमपी की राजनीति में उंचा रसूख हो तो सर्वे पर सवाल तो खड़े होंगे ही.
हालांकि अब अधिकारियों ने इसे क्लेरिकल गलती बताते हुए जांच की बात की है. अधिकारियों के मुताबिक 2011 में आर्थिक जनगणना का सर्वे हुआ था तो दिग्विजय सिंह और उनके परिवार से जुड़ी सभी जानकारियां दी गई थीं. यहां तक की उनकी सभी संपत्तियों के बारे में भी उस वक्त बताया गया था बावजूद इसके दिग्विजय सिंह का नाम उज्ज्वला योजना के तहत तैयार की गई लिस्ट में आने की जांच शुरू की जाएगी.
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर जताई हैरानी और नाराजगी
इस खबर के सामने आने के बाद पूर्व सीएम और कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर हैरानी जताई. उन्होने लिखा कि केंद्र और एमपी सरकार ने मेरा, मेरे भाई का और मेरे बेटे का नाम बीपीएल परिवारों की सूची में डाला है, हम सभी इनकम टैक्स भरते हैं. उन्होंने लिखा कि मैंने या मेरे परिवार ने कभी भी बीपीएल सूची के लिए आवेदन नहीं दिया. ये मुझे और मेरे परिवार को बदनाम करने की साजिश है. दोषियों को सजा मिलनी चाहिए.
क्या है उज्ज्वला योजना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सबसे अहम योजनाओं में से एक है उज्ज्वला योजना, जिसके अंतर्गत गरीबों को एलपीजी कनेक्शन मुफ्त में दिया जाएगा. इस योजना की खास बात ये है कि इसमें कनेक्शन महिला के ही नाम से होगा.
विधानसभा में कांग्रेस उठा सकती है मुद्दा
अपने दिग्गज नेता और उसके परिवार का नाम उज्ज्वला योजना के हितग्राहियों की सूची में देख कांग्रेस की भी त्यौरियां चढ़ गई हैं. कांग्रेस ने इसे उन्हें बदनाम करने का साजिश करार दिया और सरकार के काम करने के तरीके पर सवाल खड़े किए. इन दिनों मध्य प्रदेश विधानसभा का सत्र भी चल रहा है तो ऐसे में कांग्रेस इस मुद्दे को सोमवार को सदन में उठा सकती है.