
मानसून की बारिश ने इस बार समूचे मध्य प्रदेश को तरबतर कर दिया है. हालात ये है कि बीते दो महीने से एमपी के लगभग हर जिले से बाढ़ की खबरें आ रही हैं. रविवार को मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, एमपी के 31 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है, जबकि 18 जिलों में सामान्य बारिश रिकॉर्ड की गई है.
जिन जिलों में 20 फीसदी से ज्यादा बारिश हुई है, उनमें जबलपुर, कटनी, मण्डला, नरसिंहपुर, सागर, दमोह, पन्ना, छतरपुर, रीवा, सीधी, सिंगरौली, सतना, इंदौर, झाबुआ, अलीराजपुर, खण्डवा, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, रतलाम, शाजापुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा, राजगढ़, होशंगाबाद और बैतूल शामिल हैं.
बाढ़ से लाखों प्रभावित
एमपी में इस साल बाढ़ और बारिश से 3 लाख 80 हजार के लगभग लोग प्रभावित हुए हैं. इस साल बारिश और बाढ़ के कारण 102 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. एमपी सरकार के मिले आंकड़ों के मुताबिक, बारिश से 2638 मकान पूरी तरह और 38 हजार 641 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं.