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ज्योतिरादित्य सिंधिया बदलेंगे पाला, लेकिन भविष्य की भूमिका पर अब भी सस्पेंस

ज्योतिरादित्य सिंधिया फिलहाल किसी भी सदन के सदस्य नहीं है. ऐसे में माना जा रहा है कि बीजेपी सिंधिया को राज्यसभा भेज सकती है और मोदी सरकार में मंत्री पद से नवाजे से जा सकते हैं.

ज्योतिरादित्य सिंधिया ज्योतिरादित्य सिंधिया
कुबूल अहमद
  • नई दिल्ली,
  • 11 मार्च 2020,
  • अपडेटेड 1:46 PM IST

  • ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़ बीजेपी का थामेंगे दामन
  • सिंधिया राज्यसभा भेजे जाएंगे या फिर राज्य में होगा रोल

कांग्रेस में बगावत करने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया अब बीजेपी का दामन थामने जा रहे हैं. लेकिन उनके सियासी भविष्य पर अभी भी सस्पेंस बरकरार है. ऐसे में सवाल उठता है कि सिंधिया राज्यसभा सदस्य बनकर मोदी सरकार में मंत्री बनेंगे या फिर मध्य प्रदेश सरकार में उनकी कोई भूमिका होगी, इस पर अभी तस्वीर साफ नहीं है.

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ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को होली के दिन कांग्रेस के रंग को भंग कर दिया है. सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. सिंधिया के पार्टी छोड़ते ही उनके 22 विधायकों ने भी अपने-अपने इस्तीफे भेज दिए हैं. इन विधायकों का इस्तीफा स्वीकार होता है तो कमलनाथ सरकार की सत्ता से विदाई तय मानी जा रही है.

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भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजदूगी में ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार को दिल्ली में भगवा दामन थामेंगे. मध्य प्रदेश की सियासत में सिंधिया कांग्रेस की एक बड़ी धुरी माने जाते थे. लेकिन अब कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने पर सिंधिया की भूमिका पार्टी में क्या होगी यह अभी तय नहीं है और तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.

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ज्योतिरादित्य सिंधिया फिलहाल किसी भी सदन के सदस्य नहीं है. ऐसे में माना जा रहा है कि बीजेपी सिंधिया को राज्यसभा भेज सकती है और मोदी सरकार में मंत्री पद से नवाजे से जा सकते हैं. मध्य प्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों पर 26 मार्च को चुनाव है. सिंधिया समर्थक 22 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है, जिसके बाद बीजेपी की राज्यसभा सीटें जीतने की संभावना बन गई है. ऐसे में बीजेपी सिंधिया को एक सीट से राज्यसभा का प्रत्याशी बना सकती है.

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वहीं, दूसरी ओर यह भी माना जा रहा है कि सिंधिया ने जिस तरह से कमलनाथ की सत्ता के सिंहासन को हिला दिया है. कमलनाथ अब कितने दिनों तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहेंगे यह कहना मुश्किल है और बीजेपी की सत्ता की वापसी लगभत तय मानी जा रही है. इसमें सिंधिया ने अहम भूमिका अदा की है और क्या डिप्टी सीएम के तौर पर शामिल किया जा सकता है. सिंधिया की जमीनी पकड़ को देखते हुए उन्हें संगठन में भी कोई जिम्मेदारी दी जा सकती है.

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