Advertisement

'‘कांग्रेस छोड़िए, BJP की बैठक में कितने MLA पहुंचे? अभी कमलनाथ का दांव बाकी'

मध्य प्रदेश में सियासी संकट के बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दावा किया कि उनकी सरकार सुरक्षित है. बीजेपी के दावों पर भूपेश बघेल बोले कि अभी कमलनाथ का पत्ता आना बाकी है, ऐसे में विधानसभा पर नज़र बनाए रखें.

मध्य प्रदेश में संकट में है सरकार! मध्य प्रदेश में संकट में है सरकार!
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 11 मार्च 2020,
  • अपडेटेड 11:32 AM IST

  • मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार पर संकट
  • भूपेश बघेल का दावा- MP सरकार पर संकट नहीं
  • जयपुर शिफ्ट होंगे कांग्रेस के विधायक

मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार पर छाए संकट के बीच लगातार दावे किए जा रहे हैं. कांग्रेस का दावा है कि उनकी सरकार को खतरा नहीं है और वह बहुमत साबित करने को तैयार है. भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि वह देखें कि बीजेपी विधायक दल की बैठक में कितने लोग आए थे, अभी टेस्ट फ्लोर होने दीजिए.

Advertisement

ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि कई ऐसे लोग हैं जो गुर्राते हुए जाते हैं और दुम दबाकर वापस आते हैं. लेकिन कुछ तो मजबूरियां रहीं होंगी, यूं ही कोई बेवफा नहीं होता.

भूपेश बघेल ने दावा किया कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार सुरक्षित है, अभी कमलनाथ का दांव आना बाकी है. भूपेश बघेल बुधवार को छत्तीसगढ़ से दिल्ली के लिए रवाना हो रहे हैं, यहां उन्हें कांग्रेस आलाकमान के साथ बैठक करनी है, जिसमें आने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए टिकटों पर मंथन होगा.

इसे पढ़ें: ज्योतिरादित्य सिंधिया ने छोड़ी कांग्रेस तो बेटे ने कहा, ‘पिता पर गर्व, परिवार सत्ता का भूखा नहीं’

कांग्रेस ने जयपुर भेजे अपने सभी विधायक

कांग्रेस के 22 विधायक इस समय उसका साथ छोड़ चुके हैं, इस बीच ये संख्या कहीं बढ़ ना जाए ऐसे में कांग्रेस सतर्कता बरत रही है. बुधवार को पार्टी ने अपने सभी अन्य विधायकों को जयपुर भेज दिया, यहां पर एक रिजॉर्ट बुक किया गया है जहां इन सभी रखा जाएगा. इस पूरी व्यवस्था पर अशोक गहलोत ही नज़र बनाए हुए है.

Advertisement

गौरतलब है कि होली के दिन ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया. और बुधवार को वह भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते हैं. ज्योतिरादित्य के कांग्रेस का साथ छोड़ने के बाद 22 विधायकों ने भी पार्टी छोड़ दी थी, जिसके बाद कमलनाथ सरकार संकट में है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement