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मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधायक लगातार एक के बाद एक पार्टी छोड़ते जा रहे हैं. कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से सियासी अदावत के चलते ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 22 समर्थक विधायकों के साथ कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया, जिसके चलते कमलनाथ सरकार को सत्ता से बेदखल होना पड़ा. इसके बावजूद कांग्रेस में आपसी कलह थम नहीं रही है. प्रदेश में सिंधिया की जगह लेने और कांग्रेस का युवा चेहरा बनने को लेकर पार्टी में युवा नेताओं की गोलबंदी शुरू हो गई है.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे व सांसद नकुलनाथ का 'मैं करूंगा युवा नेतृत्व' वाला वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है. सांसद नकुल आने वाले उपचुनाव में युवाओं का नेतृत्व मैं करूंगा. पिछले मंत्रिमंडल में हमारे जो युवा मंत्री थे जैसे जीतू पटवारी, जयवर्द्धन सिंह, हरि बघेल, सचिन यादव, ओमकार मरकाम, ये सब अपने-अपने क्षेत्र में आने वाले उपचुनाव में युवाओं का नेतृत्व मेरे साथ करेंगे. नकुल के युवा नेतृत्व के बयान वाले वीडियो सामने आने के बाद सियासी माहौल गरमा गया है.
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दरअसल, मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सियासत में दिग्विजय सिंह और कमलनाथ पार्टी के वरिष्ठ और बुजुर्ग चेहरे माने जाने लगे हैं. वहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी से नाता तोड़ने के बाद अब कई नेता युवा चेहरा बनने के लिए अपनी-अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं. नकुलनाथ के युवा नेतृत्व वाले बयान को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है जबकि दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह युवा चेहरा बनने के लिए पहले के मशक्कत कर रहे हैं.
हालांकि, अभी कुछ दिनों पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बयान दिया था कि आरएसएस और बीजेपी के लोग उनकी और कमलनाथ की दोस्ती तोड़ने के लिए लंबे समय से सक्रिय हैं, लेकिन उन्हें न तो सफलता मिली और न ही मिलेगी.
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मध्य प्रदेश में कांग्रेस के दो पूर्व मुख्यमंत्री के बेटों के अलावा भी कई युवा चेहरे हैं. इन दिनों सभी अपने राजनीतिक वजूद को कायम करने के लिए बेताब हैं. इनमें दिग्विजय सिंह खेमे के जीतू पटवारी खुद भी युवा नेताओं की फेहरिस्त में हैं. जीतू पटवारी मौजूदा समय में मध्य प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हैं. इंदौर इलाके में कांग्रेस का चेहरा माने जाते हैं और इन दिनों सांवेर विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव की कमान अपने हाथ में ले रखी है.
कमलनाथ सरकार में कृषि मंत्री रहे सचिन यादव भी पार्टी के युवा चेहरों में गिने जाते हैं. वो कांग्रेस के दिग्गज नेता सुभाष यादव के बेटे और पूर्व सांसद अरुण यादव के भाई हैं. वह मालवा इलाके में पार्टी का युवा चेहरा माने जाते हैं. ऐसे में युवा नेतृत्व के प्रमुख दावेदार भी माने जाते हैं. मौजूदा समय में मालवा की रिक्त हुई विधानसभा सीटों पर कांग्रेस को जिताने की जिम्मा है.
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के पांचवें युवा चेहरे के तौर पर पूर्व मंत्री ओमकार सिंह मरकाम का भी नाम आता है. तीसरी बार विधायक हैं और उनके पिता ननकू सिंह मरकाम कांग्रेस के दिग्गज नेता हैं. मध्य प्रदेश में ओमकार सिंह मरकाम कांग्रेस के आदिवासी चेहरा माने जाते हैं. यूथ कांग्रेस से अपना सियासी सफर शुरू किया है और कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री बने थे. ऐसे में मरकाम भी युवा नेतृत्व के तौर पर अपनी जगह बनाने की जुगत में हैं.