Advertisement

मध्य प्रदेश में पर्यटन को बढ़ाने के लिए सरकार निवेशकों को देगी सब्सिडी

नई पॉलिसी के तहत यदि निवेशक राज्य में कहीं होटल बनाना चाहे या फिर कंवेशन सेंटर खोलना चाहे या फिर वो क्रूच डालना चाहे. हर निवेश पर सरकार की ओर से छूट मिलेगी जिसकी सीमा पर्यटन कैबिनेट में तय कर दी गई है.

मध्य प्रदेश मध्य प्रदेश
प्रियंका झा/रवीश पाल सिंह
  • भोपाल,
  • 17 सितंबर 2016,
  • अपडेटेड 9:51 PM IST

मध्यप्रदेश सरकार ने प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से राज्य सरकार नई पॉलिसी लेकर आई है. इस पॉलिसी के तहत अब निवेशकों को न केवल राज्य में कहीं भी निवेश के लिए जगह चुनने की छूट होगी बल्कि सरकार बकायदा निवेश पर सब्सिडी भी देगी. सरकार ने ये फैसला अपनी पहली पर्यटन कैबिनेट में लिया.

नई पॉलिसी के तहत यदि निवेशक राज्य में कहीं होटल बनाना चाहे या फिर कंवेशन सेंटर खोलना चाहे या फिर वो क्रूच डालना चाहे. हर निवेश पर सरकार की ओर से छूट मिलेगी जिसकी सीमा पर्यटन कैबिनेट में तय कर दी गई है. इसके अलावा पहले जहां कुछ एक पर्यटन जोन में ही निवेश होता था उसे अब सरकार ने पूरे राज्य के लिए लागू कर दिया है जिसके तहत कोई भी व्यक्ति कहीं भी जमीन लेकर पर्टन से जुड़ा व्यवसाय शुरू कर सकता है. इसके अलावा होटल व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए भी नीति में कई बदलाव किए गए हैं.

Advertisement

इको और एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देना चाहती है सरकार
पर्यटन मंत्री सुरेंद्र पटवा की मानें तो सरकार इको एवं एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देना चाहती है और इसलिए इस क्षेत्र में भी निवेश को बढ़ावा देने के लिए कई प्रावधान किए गए हैं. इसके अलावा वॉटर बॉडीज में भी वॉटर टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाएगा. इसके लिए बांधों के बैकवॉटर में संभावनाएं तलाशी जाएंगी. इंदिरा सागर बांध या दूसरे बांधों के बैकवॉटर में जिसमें क्रूज के लिए भी लाइसेंस दिए जाएंगे. वहीं अभी तक सिर्फ ग्वालियर, इंदौर, भोपाल या जबलपुर में ही कंवेशन सेंटर खोलने पर सब्सिडी मिलती थी. लेकिन नई पॉलिसी के तहत राज्य में कहीं भी कंवेशन सेंटर खोले जाने पर सब्सिडी मिल सकेगी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement