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भोपाल में गैस पीडितों के अधिकार के लिए काम करने वाले एक एनजीओ का दावा है कि राजधानी में कोरोना की वजह से जितनी मौतें हुई हैं उनमे से 75% गैस पीड़ित थे. एनजीओ के मुताबिक, इन गैस पीड़ितों में 87 फीसदी को पहले से हृदय, फेफड़े, किडनी, लिवर समेत अन्य कई बीमारियां थीं.
मृतकों के गैस पीड़ित होने के दस्तावेज और अस्पतालों से मिली जानकारी के आधार पर एनजीओ ने एक रिपोर्ट तैयार कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भेजी है.
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भोपाल ग्रुप फ़ॉर इन्फॉर्मेशन एंड एक्शन की रचना ढींगरा ने बताया है कि अलग-अलग गैस पीड़ित संगठनों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि इतनी बड़ी संख्या में गैस पीड़ितों की कोरोना से मौत हो रही है. इससे यह साबित हो रहा है कि गैस प्रभावित लोग दूसरी बीमारियों के लिए बहुत ज्यादा जोखिम में हैं.
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रचना ढींगरा के मुताबिक, सिर्फ बुजुर्ग गैस पीड़ित ही नहीं बल्कि जवान गैस पीड़ित भी कोरोना का शिकार होकर मर रहे हैं. वहीं स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गैस पीड़ितों की कोरोना से हो रही मौतों पर कहा कि अगले हफ्ते गैस पीड़ितों की बस्तियों में जाकर घर-घर सर्वे होगा ताकि शुरू से ही उनके स्वास्थ्य पर नज़र रखी जा सके.