
महाराष्ट्र के बारामती निर्वाचन क्षेत्र से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले ने बुधवार को अनूठे तरीके से महाराष्ट्र राज्य के सड़कों की खस्ता हालत लोगों के सामने लाने का प्रयास किया है. पुणे से बारामती की ओर जाते समय अचानक सुप्रिया सुले ने अपनी गाड़ी को कात्रज-उंद्री रोड पर रुकवाया और सड़क पर जाकर एक बड़े से गड्ढे के किनारे बैठ गईं.
इसके बाद सुप्रिया सुले ने मोबाइल को सेल्फी स्टिक से जोड़ा और गड्ढों के साथ सेल्फी लेना शुरू कर दिया. राष्ट्रवादी कांग्रेस की सांसद सुले ने इस दौरान कई सेल्फी लीं और इनको #Selfiewithpotholes से ट्विटर में पोस्ट कर दिया. सुप्रिया के समर्थकों का कहना है कि सांसद सुप्रिया ने पब्लिसिटी के लिए नहीं, बल्कि समस्या को सामने लाने के लिए ये सेल्फी ली हैं.
इसकी वजह यह है कि इस दौरान सुप्रिया ने न तो मीडिया को बुलाया और न ही उनके साथ कोई कैमरा था. सांसद ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की गई इन सेल्फी को राज्य के राजस्व एवं PWD मंत्री चंद्रकांत दादा पाटिल को @ChDadaPatil पर टैग भी किया है. जब मामले को लेकर सुप्रिया सुले से फोन पर बातचीत की गई, तो उन्होंने कहा कि उनका मकसद बदतर सड़कों से आम जनता को होने वाली समस्या को सबके सामने लाना है.
सूबे में इन गड्ढो की वजह से सड़क दुर्घटनाएं बढ़ी हैं. इसमें लोगों की जान जा रही है. सुप्रिया सुले ने बताया कि कुछ दिन पहले औरंगाबाद जिले में एक गर्भवती महिला और उसके बच्चे की सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी और मौजूदा राज्य सरकार शहरीकरण के लिए सड़क व हाईवे के रखरखाव की बात करती है, तो अच्छा लगता है. हालांकि जब हकीकत देखी जाती है, तो पता चलता है कि सरकार सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करती है.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सांसद ने कहा कि सूबे में सड़क के गड्ढे गंभीर समस्या हैं. लिहाजा यह विषय सरकार और जनता के ध्यान में रहना चाहिए. आजतक से विशेष बातचीत में सुले ने बताया कि कुछ दिन पहले राज्य के राजस्व एवं PWD मंत्री चंद्रकांत दादा पाटिल ने महाराष्ट्र की जनता को आश्वासित दिया था कि 15 नवंबर के पहले राज्य की सड़कों पर एक भी गड्ढा दिखाई नहीं देगा.
इन सेल्फी के पीछे ये हैं मकसद
सांसद सुप्रिया सुले के मुताबिक #Selfiewithpotholes सेल्फी के पीछे तीन मकसद हैं. पहला सतर्क विपक्ष के नेता की भूमिका निभाना, जो सरकार से विकास काम करवाने में कुशल है. दूसरा सत्ताधारी पक्ष के मंत्री को उनके वादे की याद दिलाना और तीसरा राज्य में सड़कों पर कहां और कितने गड्ढे है, इसको लेकर लोगों को जागरुक करना.
उन्होंने बताया कि अब लोग अपने इलाकों की सड़कों के गड्ढों के साथ सेल्फी क्लिक करके ट्विटर पर शेयर कर रहे हैं. वहीं, राज्य के राजस्व एवं PWD मंत्री चंद्रकांत दादा पाटिल से आजतक ने संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनके व्यस्त कार्यक्रम की वजह से बात नहीं हो पाई. हालांकि कोल्हापुर के उनके निजी सहायक राहुल ने बताया कि मंत्री से संपर्क होते ही बात करवाने की कोशिश की जाएंगी.