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अब तक के सबसे भयंकर सूखे से जूझ रहे मराठवाड़ा के लातूर क्षेत्र के लिए एक विशेष ट्रेन लगभग पांच लाख लीटर पानी लेकर गुरुवार सुबह पहुंच गई है. पानी के टैंकर वाली यह दूसरी ट्रेन 18 घंटे की यात्रा करने के बाद यहां पहुंची.
लातूर के लिए पानी लेकर आ रही 10 डिब्बों वाली यह ट्रेन पश्चिमी महाराष्ट्र के मिराज से बुधवार सुबह लगभग 11 बजे चली थी और गुरुवार सुबह पांच बजे यह लातूर पहुंची है. इस ट्रेन को 350 किलोमीटर की दूरी तय करने में 18 घंटे का समय लगा है.
बड़े कुएं में स्टोर होगा पानी
मध्य रेलवे के प्रमुख प्रवक्ता नरेंद्र पाटिल ने कहा, '10 डिब्बों की इस पहली खेप में, प्रत्येक डिब्बे में 50 हजार लीटर की क्षमता है. इन डिब्बों में पानी सांगली जिले के मिराज रेलवे स्टेशन पर भरा गया था.' जिला प्रशासन ने लातूर रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक बड़े कुएं को पानी स्टोर करने के लिए इस्तेमाल किया है. ट्रेन से लाए गए पानी को इस कुंए में जमा करके रखा जाएगा और फिर यहां से इसकी आपूर्ति लातूर शहर में की जाएगी.
कोटा वर्कशॉप से आईं तीन ट्रेनें
पाटिल के अनुसार कोटा वर्कशॉप से दो ट्रेनें और भेजी गई हैं. प्रत्येक ट्रेन में पचास-पचास टैंक हैं. कुल तीन ट्रेनों से सूखाग्रस्त मराठवाड़ा में पानी भेजने के प्रबंध किये गये हैं. ये ट्रेनें गर्मी भर अपनी सेवाएं प्रदान करती रहेंगी.
मंगलवार को सांगली जिले के मिराज से पानी भरकर एक ट्रेन रवाना हुई थी. ट्रेन में लगे हर टैंकर में करीब 50 हजार लीटर पानी भरा था. प्रशासन ने लातूर में एक कुएं में यह पानी स्टोर करने का फैसला किया है. लातूर प्रशासन शहर को पानी पहुंचाने के लिए 70 टैंकरों की सेवा लेगा। इनकी कुल क्षमता 22 हजार लीटर है.