Advertisement

मोदी सरकार ने नीरव मोदी जैसों को क्यों भागने दिया: शरद पवार

पवार ने कहा कि जिस तरह मोदी ने बात की उससे लोगों को लगा कि उन्हें एक मौका देना चाहिए. कहते थे कि न खाऊंगा न खाने दूंगा. लेकिन नीरव मोदी और उनसे जुड़े लोगों को क्यों खाने दिया. उन्हें बाहर क्यों जाने दिया. क्यों कड़े कदम नहीं उठाए. बार-बार यूपीए की बात करते हैं. लेकिन उनकी ही सरकार में लोग पैसे लेकर भाग गए.

एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार. एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार.
आदित्य बिड़वई
  • मुंबई,
  • 23 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 2:35 PM IST

एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने आजतक के 'मुंबई मंथन' कार्यक्रम में नीरव मोदी के देश से भागने का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि आज की सरकार कोई साफ सुथरी नहीं है. वो कहते हैं कि नीरव मोदी, मेहुल चौकसी यूपीए सरकार के दोस्त थे, लेकिन यह गलत है. बीजेपी सरकार ने नीरव मोदी को देश के बाहर जाने दिया. वो जनता का पैसा लेकर भाग गए.

Advertisement

उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह मोदी ने बात की उससे लोगों को लगा कि उन्हें एक मौका देना चाहिए. कहते थे कि न खाऊंगा न खाने दूंगा. लेकिन नीरव मोदी और उनसे जुड़े लोगों को क्यों खाने दिया. उन्हें बाहर क्यों जाने दिया. क्यों कड़े कदम नहीं उठाए. बार-बार यूपीए की बात करते हैं. लेकिन उनकी ही सरकार में लोग पैसे लेकर भाग गए.

राफेल पर क्या बोले पवार...

राफेल पर मोदी की तारीफ वाले बयान को पूछे गए सवाल पर पवार ने कहा कि मैंने कहा था कि राफेल अच्छा एयरक्राफ्ट है. लेकिन इसकी कीमत 570 से 1600 करोड़ रुपये तक जाने पर मैंने सवाल किया था.

उन्होंने कहा कि राफेल की कीमत को लेकर लोगों के मन में आशंका है. कीमत में इतना फर्क इसे स्वीकार करना आसान नहीं है. सीधा जवाब न देते हुए उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के बारे में मेरे पास कोई सूचना नहीं है.

Advertisement

राफेल पर बने जेपीसी...

शरद पवार ने कहा कि आज जो हुकूमत में हैं वे ही लोग बोफोर्स मामले में जेपीसी की मांग कर रहे थे. उस समय की सरकार ने जेपीसी बनाई थी. इसलिए इस सरकार को भी जेपीसी बना देनी चाहिए.

मोदी बनाम राहुल नहीं होगा 2019 का चुनाव...

शरद पवार ने कहा कि, "2004 में मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बनेंगे, ये कौन कह सकता था. ठीक उसी तरह फिर कोई भी बन सकता है. किसी का नाम नहीं लिया जा सकता. बीजेपी ने पहली बार 2014 में अकेले सरकार बनाई. इससे पहले वो गठबंधन में थे. ये गठबंधन का जमाना है. वाजपेयी ने भी यह दिखाया और मनमोहन सिंह ने भी."

पवार ने आगे कहा कि गठबंधन बनाने के लिए किसी एक व्यक्ति के आगे आने से कुछ नहीं होगा. यह तो चुनाव के बाद तय होगा कि कौन नेतृत्व करेगा.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement