मध्य प्रदेश के सीधी में हुए बस हादसे में 3 दिन बीत जाने के बाद भी सभी लापता लोगों का सुराग नहीं लग पाया है. सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है और अब घटनास्थल से 35 किलोमीटर दूरी पर रीवा के सिलपारा नहर तक लापता लोगों की खोजबीन एनडीआरएफ, एसडीआरएफ टीम कर रही है. इसी के साथ अन्य प्रदेशों के बलों द्वारा भी खोज की जा रही है. (सीधी से हरिओम सिंंह की रिपोर्ट)
सीधी निवासी 29 वर्षीय रमेश विश्वकर्मा का शव शुक्रवार सुबह 10 बजे टीकर नहर में सुरंग के बाहर मिला. वहीं योगेंद्र शर्मा पुत्र सुरेंद्र शर्मा, नूतन कॉलोनी, सीधी का शव टनल में मिला. इसी के साथ अब मृतकों की संख्या 53 हो गई है.
इस हादसे में 53 लोग काल के गाल में समा गए. इन 53 लोगों की डेड बॉडी को तो नहर से बाहर निकाल ली गई है. मगर अब भी एक लापता हैं. मंगलवार को हुए सीधी बस हादसे में ड्राइवर सहित 7 लोग उस समय तैरकर बाहर निकल पाए थे. इनमें से ड्राइवर फरार हो गया और 6 लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. बाद में बस कंडक्टर की मौत हो गई थी. इन आंकड़ों को देखकर कहा जा सकता है 32 सीटर बस में 58 यात्री भरे हुए थे और अन्य दो लोगों में बस के ड्राइवर और कंडक्टर शामिल थे.
सीधी के रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र के अंतर्गत हुए भीषण सड़क हादसे के बाद प्रशासनिक अमला सक्रिय हुआ और अब लगातार जांच की बात करते हुए अन्य लापता लोगों की तलाश कर रहा है. मगर 4 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक प्रशासनिक अमला सभी लापता लोगों की खोज-खबर लेने में नाकाम रहा.
अब प्रशासन ने तकरीबन 35 किलोमीटर के क्षेत्र में नहर के अंदर सर्च ऑपरेशन चलाया है. अब सर्चिंग रीवा जिले के सिलपारा नहर तक पहुंच गई है. लेकिन फिर भी लापता लोगों का कोई सुराग नहीं लग पा रहा है.
आपको बता दें कि सीधी में जैसे ही मंगलवार को यह भीषण सड़क हादसा हुआ तो तुरंत ही प्रशासनिक अमला सक्रिय हो गया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के निर्देशन में कार्य करने लगा. घटना के बाद मुख्यमंत्री पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे और उन्हें सहायता राशि दी.