प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की पहली वॉटर मेट्रो का शुभारंभ किया. इस मेट्रो के पहले रूट यानी हाई कोर्ट-वायपिन पर परिचालन 26 अप्रैल सुबह 7 बजे से शुरू होगा. वहीं, दूसरे रूट वायटिला-कक्कनाड टर्मिनल पर 27 अप्रैल की सुबह 7 बजे से परिचालन शुरू किया जाएगा.
वॉटर मेट्रो का किराया भी तय कर दिया गया है. हाई कोर्ट-वाइपिन रूट के लिए सिंगल जर्नी टिकट का किराया 20 रुपये होगा. वहीं, वायटिला-कक्कानाड के बीच का किराया 30 रुपये होंगे. हाई कोर्ट वॉटर मेट्रो टर्मिनल से वाइपिन पहुंचने में 20 मिनट से भी कम का वक्त लगेगा.
इस प्रोजेक्ट का इस्तेमाल न सिर्फ सार्वजनिक परिवहन के साधन के रूप में किया जाएगा, बल्कि वॉटरवेज यानी जलमार्गों से जुड़े क्षेत्रों के विकास को भी बढ़ावा देगी.
यह मेट्रो सेवा जिन द्वीपों तक पहुंचेगी, वहां सड़कों का निर्माण भी कराया जाएगा, ताकि टर्मिनल तक आने-जाने में यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो. इसके अलावा व्यावसायिक तौर पर भी इन क्षेत्रों को बढ़ावा मिलेगा.
वॉटर मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत फिलहाल 23 वाटर बोट्स और 14 टर्मिनल तैयार किए गए हैं. ये इस परियोजना का पहला चरण हैं, जब ये प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा तो इसमें कुल 78 वॉटर बोट्स होंगे और 38 टर्मिनल होंगे. हालांकि अभी 4 टर्मिनल तैयार हो चुके हैं.
वॉटर मेट्रो प्रोजेक्ट में केरल सरकार ने 100 करोड़ और शेष फंडिंग जर्मन एजेंसी KFW की ओर से की गई है. हर मेट्रो में 100 यात्री बैठ सकेंगे.
यात्रियों को वॉटर मेट्रो से ट्रैवल करने के लिए साप्ताहिक, मासिक और त्रैमासिक पास भी उपलब्ध कराए जाएंगे. इन पासों पर छूट का लाभ भी ले सकते हैं. 12 यात्राओं के साथ साप्ताहिक यात्रा पास की कीमत 180 रुपये है. 50 ट्रिप के साथ 30 दिनों का पास 600 रुपये का है. 90 दिनों के लिए 150 ट्रिप वाला पास 1500 रुपये में दिया जाएगा.
पैसेंजर्स इस मेट्रो से ट्रैवल करने के लिए कोच्चि वन कार्ड का उपयोग कर सकते हैं. इतना ही नहीं, लोग कोच्चि वन ऐप के जरिए मोबाइल क्यूआर टिकट बुक कर सकते हैं.