
पश्चिम बंगाल में बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को राज्य में CAA को लागू करने से रोकने की खुली चुनौती दी है. उत्तर 24 परगना जिले के ठाकुरनगर में एक जनसभा में सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम को पश्चिम बंगाल में लागू किया जाएगा. अधिकारी ने ये भी कहा कि सीएए अधिनियम यह नहीं कहता कि किसी की नागरिकता छीन ली जाएगी. अगर कोई कानूनी दस्तावेजों के साथ वास्तविक निवासी है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक नंदीग्राम के विधायक ने कहा कि हमने सीएए के बारे में कई बार बात की है. नागरिकता संशोधन अधिनियम को राज्य में लागू किया जाएगा. साथ ही उन्होंने सीएम ममता बनर्जी को चुनौती देते हुए कहा कि अगर आप में दम है, तो इसे लागू होने से रोक कर दिखाएं.
अधिकारी ने कहा कि सीएए अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के प्रवासियों को नागरिकता देने की सुविधा प्रदान करता है. हालांकि सीएए के नियम अभी तक सरकार द्वारा नहीं बनाए गए हैं, इसलिए फिलहाल किसी को भी इसके तहत नागरिकता नहीं दी जा सकती है.
अधिकारी ने जनसभा में कहा कि मतुआ समुदाय के सदस्यों को भी नागरिकता दी जाएगी. सुवेंदु ने दावा किया कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने "2019 के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद कश्मीर में अनुच्छेद-370 को निरस्त करके अपना एक वादा पूरा किया है. बीजेपी नेता ने कहा कि इसी तरह भाजपा सीएए को लागू करने के अपने वादे को पूरा करेगी. केंद्र सरकार किसी का अधिकार छीनने में विश्वास नहीं करती है. प्रधानमंत्री विभाजनकारी राजनीति में विश्वास नहीं करते हैं.
वहीं, केंद्रीय मंत्री और बनगांव से भाजपा सांसद शांतनु ठाकुर ने कहा कि सीएए "पश्चिम बंगाल में लागू किया जाएगा. ये एक वास्तविकता है. नरेंद्र मोदी सरकार लक्ष्य को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है.
उधर, टीएमसी नेता और पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि भाजपा 2023 के पंचायत चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले वोट बैंक की राजनीति के तहत सीएए का कार्ड खेल रही है. हाकिम ने कहा कि बीजेपी चुनाव होने पर वही सीएए कार्ड खेलना चाहती है. लेकिन हम ऐसा कभी नहीं होने देंगे.
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