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पर्यटकों से गुलजार हुई धरती की 'जन्नत', जम्मू-कश्मीर में टूट गया 75 वर्षों का रिकॉर्ड

साल 1947 में आजादी मिलने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक पहुंचे है. इस साल अब तक एक करोड़ 62 लाख पर्यटक आ चुके हैं. इस साल के शुरुआती आठ महीनों में 20.5 लाख पर्यटक कश्मीर आए, जिसमें से 3.65 लाख तीर्थयात्री बर्फानी बाबा अमरनाथ की गुफा का दर्शन करने के लिए पहुंचे.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 07 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 1:38 PM IST

जम्मू-कश्मीर में इस साल अब तक रिकॉर्ड 1.62 करोड़ टूरिस्ट पहुंच चुके हैं.1947 में आजादी के बाद से यहां आने वाले टूरिस्ट की यह सबसे बड़ी संख्या है. जम्मू-कश्मीर पर्यटन विभाग का कहना है कि आर्टिकल 370 हटने के बाद रिकॉर्ड संख्या में टूरिस्ट जम्मू-कश्मीर पहुंच रहे हैं.

पर्यटन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पर्यटकों की यह बड़ी संख्या कश्मीर पर्यटन के सुनहरे युग को दर्शाती है. अधिकारियों ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में टूरिज्म रोजगार का सबसे बड़ा स्रोत है. इस साल के शुरुआत से लेकर अब तक 1.62 करोड़ पर्यटक अब तक यहां पहुंचे हैं, जो आजादी के बाद से अब तक की सबसे बड़ा आंकड़ा है. पर्यटन से पुंछ, राजौरी सहित जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में रोजगार का सृजन हुआ है.

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बयान में बताया गया कि केंद्र सरकार के आजादी का अमृत महोत्सव अभियान के तहत जम्मू-कश्मीर में पर्यटन के लिए 75 स्थानों को चिह्नित किया गया है. इस साल के शुरुआती आठ महीनों में 20.5 लाख पर्यटकों ने कश्मीर का दौरा किया है, इनमें 3.65 लाख तीर्थयात्री बर्फानी बाबा अमरनाथ की गुफा का दर्शन करने के लिए पहुंचे. इस दौरान पहलगाम, गुलमर्ग और सोनमर्ग जैसे पर्यटन स्थल और श्रीनगर के सभी होटल और गेस्टहाउस खचाखच भरे रहे. 

कश्मीर में खुलेगा फिल्म स्टूडियो

विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में फिल्मों की शूटिंग के लिए फिल्म निर्माताओं को आकर्षित करने के लिए पॉलिसी शुरू की गई है. कश्मीर में फिल्मों और वेब सीरीज की शूटिंग के लिए 140 मंजूरियां दी गई है. इसके बाद अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एक फिल्म स्टूडियो भी खोला जाएगा. 

केंद्रीय गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय ने इस साल अगस्त में राज्यसभा में बताया था कि जनवरी से तीन जुलाई तक 1.06 करोड़ पर्यटक जम्मू-कश्मीर पहुंचे थे.

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बता दें कि केंद्र सरकार ने पांच अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 को खत्म कर दिया था, जिसके तहत जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त हो गया था. इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर को दो केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू एवं कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया गया था. 

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