
बेंगलुरु के राममूर्ति नगर इलाके से एक भयावह घटना सामने आई है. यहां 35 वर्षीय महिला का शव रामपुरा झील के पास मिला है. उसकी पहचान नजमा के रूप में हुई है जो घरेलू सहायिका थी. राममूर्ति नगर पुलिस को संदेह है कि हत्या से पहले उसके साथ यौन उत्पीड़न किया गया था और उसके शव को सुनसान इलाके में फेंक दिया गया था.
मूल रूप से बांग्लादेश की रहने वाली नजमा कालकेरे के डीएसआर अपार्टमेंट में घरेलू सहायिका के तौर पर काम करती थी. उसकी शादी सुमन नाम के एक व्यक्ति से हुई थी और वह तीन बच्चों की मां थी.
रामपुरा झील के पास मिला शव
गुरुवार शाम को नजमा अपने घर से यह कहकर निकली थी कि वह जल्द ही वापस आ जाएगी, लेकिन वह वापस नहीं आई. उसके बारे में चिंतित उसके पति और दोस्तों ने उसकी तलाश शुरू की और बाद में राममूर्ति नगर पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई.
शुक्रवार की सुबह एक स्थानीय निवासी ने रामपुरा झील के पास एक अज्ञात शव देखा और पुलिस को इसकी सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने पुष्टि की कि शव नजमा का ही था.
पत्थर से कुचला शव का चेहरा
प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि नजमा का यौन उत्पीड़न किया गया और फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई. इसके बाद उसके चेहरे को पत्थर से कुचला गया. अपराध को छिपाने के लिए उसके शव को झील के पास फेंक दिया गया. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और इस क्रूर कृत्य के पीछे के अपराधियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए जांच शुरू कर दी है.