नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन देश के कई शहरों में बढ़ता जा रहा है. विरोध-प्रदर्शन के कारण लखनऊ और मंगलौर में हुई हिंसा में कुल मिलाकर 3 लोग मारे गए हैं. लखनऊ में एक और मंगलौर में 2 शख्स मारे गए. हिंसा और प्रदर्शन का स्तर बढ़ता ही जा रहा है. ऐहतियातन उत्तर प्रदेश के कई शहरों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं.
सीएए के खिलाफ विरोध के सुर सबसे पहले पूर्वोत्तर भारत में सुनाई दिया, लेकिन जल्द ही वहां शांति स्थापित कर ली गई. हालांकि अब उत्तर या दक्षिण भारत के कई शहरों में भी प्रदर्शन हो रहे हैं.
प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर आए हैं और कई तरह के संदेशों के साथ अपना रोष प्रदर्शित कर रहे हैं.
प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर युवा वर्ग के लोग शामिल हैं और सरकार की नीतियों के खिलाफ अपना रोष प्रकट कर रहे हैं. दिल्ली, लखनऊ, हैदराबाद, मंगलौर, प्रयागराज, मुंबई जैसे कई शहरों में लोगों ने प्रदर्शन किए.
उत्तर प्रदेश के संभल में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ उग्र प्रदर्शन हुआ. सदर इलाके में कई बसों में आगजनी की गई. पुलिस की कई गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई. प्रदर्शनकारियों ने यूपी रोडवेज की 4 बसों को आग के हमाले कर दिया. मीडियाकर्मियों पर भी प्रदर्शनकारियों ने हमला किया जिसमें कई मीडियाकर्मी घायल हो गए.
कई शहरों में बढ़ते रोष प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन बेहद मुस्तैद हो गया है. यूपी में मेरठ, अलीगढ़ और गाजियाबाद समेत कई जगहों पर इंटरनेट की सेवाएं बंद कर दी गई हैं. अहमदाबाद में भी हिंसा की घटना हुई और लोगों ने पुलिस पर जमकर निशाना साधा. (फोटो-PTI)
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई शहरों में इंटरनेट की सेवाएं शुक्रवार शाम या रात तक के लिए बंद की गई हैं.
लेफ्ट पार्टियों ने आज भारत बंद का आह्वान किया था, लेकिन धीरे-धीरे यह आंदोलन में बदल गया, और कई शहरों में प्रदर्शन हिंसक भी हो गया.
मुंबई के अगस्त क्रांति मैदान में कई फिल्मी हस्तियों के साथ बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर तीखे हमला करते हुए संदेश भी लिखे. (फोटो-AP)
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया. प्रदर्शनकारियों ने यहां पुलिस पर पथराव किया और नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े तो प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ियों को भी आग लगा दी. इस हिंसा में 1 शख्स की मौत हो गई.
मुंबई के अगस्त क्रांति मैदान में भी जुटे हजारों लोग. सीएए और एनआरसी का किया विरोध. तीखे संदेश के साथ लोग नजर आए. अपने पोस्टर से यह संदेश देने की कोशिश की कि अब यहां लोकतंत्र नहीं रहा. (GettyImages)
CAA के विरोध में एक तीखा संदेश यह भी. इस संदेश में कहा जा रहा है कि मोदी-शाह आपने हमें डिप्रेशन दे दिया है. (GettyImages)
प्रदर्शन के दौरान संविधान से प्यार करने का संदेश भी दिया गया. (PTI)
सीएए और एनआरसी के विरोध में तीखे संदेश के साथ लोग नजर आए. (REUTERS)
प्रदर्शनकारियों ने संघ को भी अपने निशाने पर लिया.
सीएए और एनआरसी के विरोध में तीखे संदेश के साथ लोग नजर आए और पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को संविधान पढ़ने की नसीहत भी दी. (मांढेर देवधर)
कुछ संदेश तो भाईचारा का संदेश देते नजर आए. (मांढेर देवधर)
सीएए और एनआरसी के विरोध में तीखे संदेश के साथ लोग नजर आए. प्रदर्शन के दौरान हिटलर का भी पोस्टर दिखाई दिया. (मांढेर देवधर)