संसद के दोनों सदनों से नागरिकता संशोधन विधेयक (CAB) 2019 के पास होने के बाद असम में इसके खिलाफ चल रहा विरोध प्रदर्शन उग्र रूप लेता दिख रहा है. गुरुवार को प्रदर्शनकारियों ने विरोध प्रदर्शन के दौरान पत्थरबाजी की और कई जगह आग भी लगाई. गुवाहाटी में उन्होंने असम गण परिषद के मुख्यालय को आग के हवाले कर दिया. वहीं उग्र हुए प्रदर्शनकारियों ने चबुआ में विधायक बिनोद हजारिका के घर में आग लगा दी और वाहनों और सर्कल ऑफिस को भी आग के हावले कर दिया.
सरकार ने कार्रवाई करते हुए गुवाहाटी के पुलिस कमिश्नर सहित मुख्य पुलिस अधिकारी को निलंबित कर दिया. दीपक कुमार के स्थान पर मुन्ना प्रसाद गुप्ता को गुवाहाटी का नया पुलिस प्रमुख बनाया गया है, जबकि अतरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) मुकेश अग्रवाल का भी तबादला कर दिया गया है.
Photo Credit: Ravi Kant totawar इंटरनेट सेवाएं निलंबित
गुवाहाटी नागरिक संशोधन विधेक के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों का केंद्र बन गया है, जिसके चलते असम सरकार को शहर में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगाना पड़ा है. सोशल मीडिया का इस्तेमाल दुष्प्रचार के लिए न किया जा सके, इसलिए एहतियातन असम और त्रिपुरा दोनों ही राज्यों में इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है. बिगड़ती कानून-व्यवस्था के मद्देनजर असम और त्रिपुरा में सेना की तैनाती की गई है.
दोनों राज्यों की सरकारों के अनुरोध के चलते सेना की 8 टुकड़ियां दोनों प्रदेशों में तैनात की गई हैं, जिसमें से 5 टुकड़ी असम में और तीन टुकड़ी त्रिपुरा में तैनात की गई हैं. प्रत्येक टुकड़ी में 70 सैनिक और एक-दो अधिकारी होते हैं. पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से भारत आए हिंदू, ईसाई, सिख, पारसी, जैन और बौद्ध धर्म के लोगों की नागरिकता का मार्ग प्रशस्त करने वाले इस नागरिकता संशोधन विधेयक का पूरे क्षेत्र में विरोध हो रहा है. प्रदर्शनकारियों ने चिंता व्यक्त की है कि विधेयक द्वारा अनुमति प्राप्त शरणार्थी स्वदेशी लोगों की पहचान और आजीविका को खतरे में डाल सकते हैं.
Photo Credit: Ravi Kant totawar पुलिस की मांग- असम में और सुरक्षाबल चाहिए
डिब्रूगढ़ के पुलिस अधीक्षक गौतम बोराह ने गुरुवार को आईएएनएस को बताया कि आंदोलनकारी मुख्य रूप से रेलवे स्टेशन से लेकर सरकारी कार्यालयों व सार्वजनिक संपत्तियों को निशाना बना रहे हैं, लेकिन हालात फिलहाल काबू में हैं. स्थिति और बिगड़ने की आशंका जताते हुए बोराह ने कहा कि पुलिस बल कम है, क्योंकि प्रदर्शनकारी एक साथ कई स्थानों को निशाना बना रहे हैं.
बोराह ने कहा, 'लोग बड़ी संख्या में बाहर आ रहे हैं. हमें और अधिक सुरक्षाबलों की जरूरत है, क्योंकि 4,000 से 5,000 लोग कुछ स्थानों पर एकत्रित हो रहे हैं. मैंने अपने उच्च अधिकारियों से बात की है, क्योंकि ये घटनाएं अलग-अलग जगहों पर एक ही समय में हो रही हैं.' बुधवार को सीएबी को राज्यसभा की मंजूरी मिलने के बाद असम में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं. आंदोलनकारियों ने बुधवार को मुख्यमंत्री के घर पर पथराव भी किया.
Photo Credit: Ravi Kant totawar असम में हिंसा के मद्देनजर उड़ानें, रेलगाड़ियां रद्द
असम में व्यापक हिंसा की वजह से कई ट्रेनों को गुरुवार को रद्द कर दिया गया और इसके साथ ही लंबी दूरी की ट्रेनों को गुवाहाटी तक सीमित कर दिया गया. भारतीय रेलवे के निदेशक आर.डी.वाजपेयी के अनुसार, कोई भी लंबी दूरी की ट्रेन गुवाहाटी के आगे नहीं जा रही है. उन्होंने कहा, 'इन सभी ट्रेनों को गुवाहाटी तक सीमित किया जा रहा है और ये गुवाहाटी से निर्धारित समय पर अपनी वापसी की यात्रा शुरू करेंगी.'
उन्होंने कहा कि दिल्ली व देश के अन्य भागों से पूर्वोत्तर सीमा की ओर जाने वाली ट्रेनें सामान्य रूप से चलेंगी, लेकिन गुवाहाटी से वापस आ जाएंगी. उन्होंने कहा, 'कुछ ट्रेनें जो नार्थ फ्रंटियर रेलवे से नहीं लौट सकतीं, वे दिल्ली व देश के अन्य भागों से रद्द रहेंगी. इनके नामों को संबंधित रेलवे द्वारा अधिसूचित किया जाएगा. अब तक उत्तरी रेलवे ने इस तरह की तीन ट्रेनों को रद्द किया है, जिनके यात्रा शुरू होने की तिथि 15, 16,17 दिसंबर है.'
पूर्वोत्तर फ्रंटियर रेलव ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि कम से कम 30 ट्रेनें रद्द हैं या उन्हें निर्धारित स्टेशन से पहले समाप्त कर दिया गया है. इसमें डिब्रूगढ़ दिल्ली डीबीआरटी राजधानी एक्सप्रेस को शुक्रवार के लिए रद्द किया गया है और नई दिल्ली डीबीआरटी राजधानी एक्सप्रेस को गुवाहाटी तक सीमित किया गया है और यह गुवाहाटी व डिब्रूगढ़ के बीच रद्द रहेगी.
Photo Credit: Ravi Kant totawar हिंसा की वजह से कई उड़ानें भी रद्द
असम में उड़ानों को भी रद्द किया गया है. इंडिगो ने ट्विटर पर जानकारी दी कि उसने असम में मौजूदा स्थिति के कारण गुरुवार को डिब्रूगढ़ से आने व जाने वाली उड़ानों को रद्द कर दिया है. स्पाइसजेट व गोएयर ने असम में जारी अशांति की वजह से गुवाहाटी व डिब्रूगढ़ से आने व जाने वाली सभी उड़ानों पर 13 दिसंबर तक के लिए रद्द किए जाने का शुल्क माफ करने की पेशकश की है.
विस्तारा ने कहा कि उसने भी गुवाहाटी व डिब्रूगढ़ को आने व जाने वाली उड़ानों को 13 दिसंबर तक के लिए रद्द कर दिया है. ऐसा उसने असम में मौजूदा अशांति के मद्देनजर सरकार की सलाह के अनुसार किया है.
Photo Credit: Ravi Kant totawar कांग्रेस का प्रधानमंत्री पर निशाना
नागरिकता संशोधन विधेयक पर असम के लोगों को प्रधानमंत्री की तरफ से ट्विटर के जरिए आश्वस्त किए जाने पर कांग्रेस ने निशाना साधा. कांग्रेस ने आश्चर्य जताया कि प्रधानमंत्री का संदेश आखिर असम के लोगों तक कैसे पहुंचेगा, जब राज्य में इंटरनेट सेवा ही बंद कर दी गई है. कांग्रेस ने ट्वीट में लिखा, 'मोदी जी हमारे असम के भाई-बहन आपका आश्वासन देने वाला संदेश नहीं पढ़ सकते हैं. शायद आप भूल गए हैं कि उनके इंटरनेट बंद कर दिए गए हैं.'
असम में भड़के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर प्रधानमंत्री ने शांति बनाए रखने की अपील की. और अंग्रेजी व असमी दोनों भाषाओं में ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, 'मैं अपने असम के भाई बहनों को आश्वासन देना चाहता हूं कि सीएबी (नागरिक संशोधन विधेयक) के पास होने से उन्हें चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है. कोई आपके अधिकार, पहचान और प्यारी संस्कृति को नहीं छीन सकता है. यह ऐसे ही पनपती और बढ़ती रहेगी.'
Photo Credit: Ravi Kant totawar इमरान ने फिर अलापा भारत विरोधी राग
CAB की आड़ में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर भारत के खिलाफ राग अलापा. इमरान ने लिखा, 'भारत मोदी के नेतृत्व में योजनाबद्ध तरीके से हिंदू वर्चस्ववाद की तरफ बढ़ रहा है. पहले इसने कश्मीर की अवैधानिक घेराबंदी कर दी और इसे जारी रखे हुए है, फिर असम में 20 लाख मुसलमानों की नागरिकता खत्म कर दी और उनके लिए नजरंबदी शिविर बना दिए और अब नागरिकता बिल पास कर दिया है. यह सब कुछ भारत में मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यकों की मॉब लिंचिंग के साथ-साथ हुआ है. दुनिया को यह समझना चाहिए कि नाजी जर्मनी की नस्लवादी नीति के प्रति उसकी (दुनिया की) खामोशी द्वितीय विश्व युद्ध की वजह बनी थी.'
इमरान ने कहा, 'मोदी का हिंदू वर्चस्ववादी एजेंडा और उसके साथ पाकिस्तान को दी जा रही एटमी धमकी दुनिया में बड़े पैमाने के रक्तपात और दूरगामी नतीजों की वजह बनेगी. नाजी जर्मनी की तरह, मोदी ने भी विरोधी स्वरों को हाशिये पर कर दिया है. इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, दुनिया इस हिंदू वर्चस्ववादी एजेंडे के मुकाबले के लिए आगे आए.'
Photo Credit: Ravi Kant totawar पापोन का कार्यक्रम रद्द
मशहूर गायक पापोन ने दिल्ली में होने वाले अपने कॉन्सर्ट को रद्द कर दिया है, क्योंकि उनके गृह राज्य असम में स्थिति अभी ठीक नहीं है. पापोन का वास्तविक नाम अंगराग महंत है. उन्हें 'जिए क्यों' और 'मोह मोह के धागे' जैसे कई सुपरहिट गानों के लिए जाना जाता है. पापोन इस शुक्रवार को दिल्ली में स्थित इंपरफेक्टो शोर में अपनी प्रस्तुति देने वाले थे.
पापोन ने गुरुवार को ट्वीट किया, 'प्रिय दिल्ली, मुझे खेद है, लेकिन मैंने योजनानुसार इंपरफेक्टोशोर में कल होने वाले कॉन्सर्ट को न करने का निर्णय लिया है. मेरा गृह राज्य असम जल रहा है, रो रहा है और वहां कर्फ्यू जारी है. अभी मेरी जो मानसिक स्थिति है उसमें मैं आपका मनोरंजन नहीं कर पाऊंगा.'
Photo Credit: Subir Halder मोबाइल-इंटरनेट पर बैन
नागरिकता (संशोधन) विधेयक के सोमवार आधी रात को लोकसभा में पारित होने के बाद समूचे पूर्वोत्तर, विशेष रूप से असम में हिंसक प्रदर्शन जारी है. बुधवार की शाम को राज्य सभा में भी बिल को मंजूरी प्रदान किए जाने के बाद यहां स्थिति और भी बिगड़ गई. असम में मोबाइल, इंटरनेट सेवाओं को अगले 48 घंटों के लिए बंद कर दिया गया.
Photo Credit: Subir Halder शिलॉन्ग में भी कर्फ्यू
असम के कई जिलों में लगे कर्फ्यू के बाद अब मेघालय के शिलॉन्ग में भी गुरुवार रात 10 बजे से कर्फ्यू लगाने का निर्देश जारी कर दिया गया है. यहां पर मोबाइल, इंटरनेट और एसएमएस सेवा पर भी पाबंदी लगाने के निर्देश दिए गए हैं.
Photo Credit: Subir Halder