
राज्यसभा की सदस्यता छोड़कर बीजेपी से बागी हुए नवजोत सिंह सिद्धू के नेतृत्व में पंजाब में चौथा मोर्चा बन सकता है. चौथे मौर्चे में अकाली दल, भाजपा, कांग्रेस और AAP को छोड़ चुके या निकाले नेता शामिल हो सकते हैं और इन पार्टियों को ही चुनौती दे सकते हैं.
चौथे मोर्चे में कई बड़े नेताओं के शामिल होने की खबर
दरअसल आम आदमी पार्टी से कोई पुख्ता भरोसा नहीं मिलने और बीजेपी में वापसी की राह बंद होने के बाद सिद्धू ऐसा कदम उठा सकते हैं. इस चौथे मोर्चे में आम आदमी पार्टी के नेताओं की तरह आम लोगों के मसले उठाने वाले लुधियाना से टीम इंसाफ के लुधियाना से विधायक बैंस भाइयों, संघर्ष कर रहे बागी आप सांसदों हरिंद्र सिंह खालसा और धर्मवीर गांधी शामिल हो सकते हैं. इसके अलावा अकाली दल से निलंबित विधायक परगट सिंह और इंद्रबीर सिंह, डॉ. नवजोत कौर सिद्धू के नाम भी उछाले जा रहे हैं. वहीं कांग्रेस से निकाले गए जगमीत बराड़ और अन्य शख्सियतों को इस फ्रंट में शामिल किया जा सकता है.
31 जुलाई को औपचारिक ऐलान संभव
अगर चौथा मोर्चा अस्तित्व में आता है तो सिद्धू द्वारा इसमें जगमीत सिंह बराड़ा, वीर दविंद्र सिंह सहित अन्य नेताओं को भी शामिल किया जा सकता है. चौथे मोर्चे की औपचारिक शुरुआत शहीद ऊधम सिंह के शहीदी दिवस पर 31 जुलाई को जालंधर से किए जाने की तैयारी है. अधिकार रैली के नाम से जालंधर में किए जा रहे सियासी शक्ति प्रदर्शन में शहीद भगत सिंह के पोते सुखविंद्र जीत सिंह संधू, शहीद सुखदेव के दोहते विशाल नटवर, सांसद खालसा व डॉ. गांधी, नवजोत कौर सिद्धू, सिमरनजीत सिंह बैंस आदि शामिल हो सकते हैं. यह रैली पंजाब में फैले, नशों, गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार के खिलाफ होगी.
बीजेपी और आरएसएस में किसी जमाने में रह चुके नेता के एल शर्मा के एनजीओ जनजागृति मंच द्वारा करवाई जा रही है. इस रैली पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं. रैली में पंजाब में फैले, नशों, गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाने की बात भले ही की जा रही हो पर असल कोशिश पंजाब में चौथा मोर्चे को खड़े करने की है. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या सिद्धू इस रैली में शामिल होंगे?