
पंजाब में आम आदमी पार्टी के पूर्व संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाज और उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और दूसरे नेताओं को निशाना बनाए जाने के बाद, आप के नेता हिम्मत सिंह ने छोटेपुर पर पलटवार किया है. आप नेता और पार्टी के लीगल सेल प्रमुख हिम्मत सिंह शेरगिल ने छोटेपुर के आरोप नकारते हुए कहा कि, अगर वो सिख धर्म को लेकर अरविंद केजरीवाल से खफा थे, तो वह आज तक चुप क्यों बैठे हैं.
शेरगिल का छोटेपुर पर किया पलटवार
रविवार को चंडीगढ़ में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हिम्मत सिंह शेरगिल ने कहा कि, 26 अगस्त को मीडिया के सामने सुच्चा सिंह छोटेपुर ने अरविंद केजरीवाल पर यह आरोप इसलिए लगाए हैं. क्योंकि सुच्चा सिंह छोटेपुर बतौर कनवीनर रिश्वत के रूप में दो लाख रुपए लेने के आरोपों में घिरे हुए हैं, और उन्होंने पार्टी और मीडिया के सामने यह दो लाख लेने की बात मानी भी है. क्योंकि पैसे लेते हुए एक स्टिंग सबूत के तौर पर सामने आ गया था. इसलिए छोटेपुर ने अरविंद केजरीवाल पर झूठा आरोप लगाया है. शेरगिल ने कहा कि 26 अगस्त को छोटेपुर ने अपने आरोप में अमृतसर के जिस बात का जिक्र किया है, वह 18 अगस्त की है. अब सवाल ये उठता है कि यदि अरविंद केजरीवाल ने छोटेपुर पर ऐसे आरोप लगाएं है, तो एक सिख होने के नाते उन्हें उसी समय अरविंद केजरीवाल के सामने विरोध करना चाहिए था. प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात को सार्वजनिक करना चाहिए था. लेकिन उन्हें क्यों नहीं किया
छोटेपुर ने दो लाख रूपए रिश्वत लेने की बात कबूली:हिम्मत सिंह
हिम्मत सिंह शेरगिल ने कहा कि आम आदमी पार्टी में दान के रूप में फंड लेने के लिए सरल और स्पष्ट नीति है और पार्टी फंड के रूप में लिए गए एक-एक पैसे का हिसाब रखा जाता है. छोटेपुर ये भी झूठ बोला है कि पार्टी का कोई खजानची नहीं है. पूरे पंजाब में पार्टी के सभी 13 जोन और एक मुख्य राज्यस्तरीय स्तर का बैंक खाता है. छोटेपुर ने दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मुनीष सिसोदिया और मीडिया के सामने कबूल किया है कि उन्होंने उस समय दो लाख रुपए की कोई रसीद नहीं दी. उनके कबूलनामे के आधार पर ही पार्टी की पीएसी ने छोटेपुर को कनवीनर पद से हटाकर पूरा मामला दो सदस्सीय कमेटी को सौंप था. शेरगिल ने यह भी साफ किया पार्टी की रैलियां और जन-सभाएं बतौर कनवीनर छोटेपुर या किसी नेता द्वारा दिए गए फंड से नहीं होती, उसका प्रबंध पार्टी और स्थानीय स्तर के आयोजकों के जरिए जुटाये गए फंड से होती है, जिसका पूरा हिसाब रखा होता है.
भगवंत मान का किया बचाव
हिम्मत सिंह ने भगवंत मान के बाच किया है उन्होंने कहा कि जब तक मान के खून की जांच के आधार पर ये आरोप साबित नहीं हो जाता. तब तक उन पर शराब की लत के आरोप लगाना सही नहीं है. जबकि भगवंत मान ने सुखबीर बादल और कैप्टन अमरिंदर सिंह समेत सभी विरोधी नेताओं को चुनौती दी हुई है कि सभी का डोप टेस्ट होना चाहिए.