
गुनहगारों में हैं शामिल, गुनाहों से नहीं है वाकिफ
सजा को जानते हैं हम, खुदा जाने खता क्या है...
पंजाब के लिए दिल दिया है और जान भी देने का दम रखने वाले नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार को अपने दिल का दर्द जगजाहिर कर दिया. मौकापरस्ती का आरोप लगाते हुए सिद्धू ने कहा कि जब आंधी चली तब मुझे उठाया गया और जब लहर चली तब मुझे उसमें डुबोया गया. आइए जानें, राज्यसभा से इस्तीफा देने की वजहें...
1. राज्यसभा से इस्तीफा मैंने इसलिए दिया क्योंकि मुझे यह कहा गया था कि तुम पंजाब की तरफ मुंह नहीं करोगे.
2. मुझसे कहा गया कि पंजाब की ओर देखोगे नहीं. धर्मों में सबसे बड़ा धर्म राष्ट्र धर्म है.
3. चार चुनाव जीतने के बाद राज्यसभा देकर यह कहा जाता है कि सिद्धू पंजाब से दूर रहो. आखिर क्यों?
4. पंछी भी उड़ता है तो शाम को अपने घर वापस जाता है. सिद्धू अपना घर छोड़ दे.
5. राष्ट्रभक्त पक्षी में अपना वृक्ष नहीं छोड़ते.
6. दुनिया की कोई भी माटी पंजाब से बड़ी नहीं. फिर चाहे कोई भी नुकसान हो, सिद्धू इसके लिए तैयार है.
7. मेरे लिए पंजाब से बड़ा कोई नहीं.
8. जहां पंजाब का हित होगा मैं वहीं जाऊंगा.
9. मैं पंजाब छोड़कर जी नहीं सकता. सिद्धू अपनी जड़ कैसे छोड़ दे.
10. मुझे पहली बार 17 दिन पहले अमृतसर से चुनाव लड़ने के लिए कहा गया. जब आंधियां चली तो सिद्धू जाए.
11. 2014 में कहा गया कि कुरुक्षेत्र से चुनाव लड़ो या फिर वेस्ट दिल्ली से.
12. जब मोदीजी की लहर आई तब विरोधी तो डूबे ही साथ में सिद्धू को भी उड़ा दिया.
13. मुझे पद की इच्छा नहीं है. लेकिन मैं अमृतसरियों का विश्वास नहीं तोड़ूंगा.
उन्हें यह फिक्र है हरदम, नई तर्ज ए जफा क्या है,
हमें यह शौक है देखें, सितम की इंतहा क्या है.