
सत्ता में आने के बाद सरकारें अक्सर अपने वादे भूल जाती हैं. ऐसा ही कुछ पंजाब में देखने को मिल रहा है. चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस ने सत्ता में आने पर गरीबों को 5 रुपये में खाना देने का वादा किया था. लेकिन सत्ता पर काबिज होने के 1 महीने के अंदर ही पंजाब कांग्रेस के नेताओं के सुर बदल गए हैं.
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि 5 रुपये में अच्छा खाना गरीबों को देना व्यवहारिक नहीं है. उनका कहना है कि सरकार सस्ते खाने का अपना वादा पूरा करेगी लेकिन खाने की थाली 5 रुपये में नहीं बल्कि 13 रुपये में दी जाएगी. ये थाली नो प्रॉफिट नो लॉस के आधार पर दी जाएगी.
सरकार दावा कर रही है कि सस्ते खाने का वादा पूरा किया जाएगा. साथ ही ये भी सुनिश्चित किया जाएगा कि गरीबों को बेहतर खाना मिले. यही वजह है कि थाली 13 रुपये की दी जाएगी.
हालांकि पंजाब में गरीबों को बिना सरकारी मदद के सस्ता खाना दिया जा रहा है. चंडीगढ़ की अन्नपूर्णा कैंटीन ये काम कर रही है. शहर में जहां ज्यादा मजदूर और गरीब तबके के लोग काम करते हैं वहां पर अन्नपूर्णा कैंटीन अपनी खास गाड़ी के जरिए खाना उन तक पहुंचाती है. गरीबों को ये खाना 10 रुपये प्रति थाली के हिसाब से दिया जाता है.
विपक्ष का हमला
वादे से मुकरने वाली पंजाब सरकार पर विपक्ष ने तीखा हमला बोला है. विपक्ष ने सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है. आम आदमी पार्टी के सीनियर लीडर सुखपाल सिंह खैहरा ने कांग्रेस पर झूठे वादे करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने लोक-लुभावने वादे कर पंजाब की सत्ता तो हासिल कर ली है लेकिन अब इन वादों को पूरा करने से वो मुकर रहे हैं. अकाली दल ने कहा कि ये कांग्रेस की दोहरी नीति दिखाने के लिए काफी है.